सुभाष उद्यान की भूमि आम रास्ते में बदलना स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की बड़ी सफलता। 12 सौ वर्ग गज भूमि पर बनेगा आमरास्ता।

सुभाष उद्यान की भूमि आम रास्ते में बदलना स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की बड़ी सफलता। 12 सौ वर्ग गज भूमि पर बनेगा आमरास्ता।

अजमेर के महावीर सर्किल की तरह बजरंगगढ़ चौराहे को विकसित कर सुंदर बनाया जाएगा।
सुभाष उद्यान की भूमि आम रास्ते में बदलना स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की बड़ी सफलता। 12 सौ वर्ग गज भूमि पर बनेगा आमरास्ता।
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सरकारी विभागों में आपसी तालमेल के अभाव में बडे बड़े विकास कार्य नहीं हो पाते हैं, लेकिन अजमेर में स्मार्ट सिटी के अधिकारियों के समन्वय की वजह से न केवल महावीर सर्किल का सौंदर्यीकरण हो रहा है बल्कि सुभाष उद्यान की भूमि का उपयोग भी आम रास्ते के लिए हो सकेगा। इस सकारात्मक कार्य में कोई बाधा न हो, इसके लिए शनि महाराज और भैरो जी के मंदिरों को डिवाइडर की परिधि में शामिल किया गया है। यानी इन दोनों मंदिरों से छेड़छाड़ किए बिना ही रास्ते को चौड़ा किया जा रहा है। चूंकि इस सर्किल से ही ख्वाजा साहब की दरगाह की ओर आवागमन होता है,इसलिए शहर भर के यातायात में इस सर्किल की महत्वपूर्ण भूमिका है। अब जब सुभाष उद्यान में बने पीएचईडी के स्टोर रूम को हटा दिया गया है तथा उद्यान के मुख्य द्वार को भी पीछे कर दिया गया है। तब सर्किल के निकट यातायात बेहद सुगम हो जाएगा। सर्किल के निकट सुभाष उद्यान की करीब 12 सौ वर्ग गज भूमि पर आम रास्ता बनाया जा रहा है। यह तभी संभव हो पाया है, जब सरकारी विभागों में समन्वय स्थापित किया गया। स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट के चीफ इंजीनियर अविनाश शर्मा ने बताया कि महावीर सर्किल की तरह ही बजरंगगढ़ चौराहे को भी विकसित किया जाएगा। जिस प्रकार महावीर सर्किल के निकट सुभाष उद्यान की भूमिका का उपयोग आम रास्ते के लिए किया गया है, उसी प्रकार बजरंगगढ़ चौराहे के निकट सुभाष उद्यान के दूसरे द्वार की भूमि भी आम रास्ते के उपयोग में लाई जाएगी। यहां जो शौचालय बने हुए हैं उन्हें हटा कर आम रास्ता बनाया जाएगा। शर्मा ने बताया कि बजरंगगढ़ चौराहा मौजूदा समय में अंडाकार आकृति का है जिसे गोलाकार बनाया जाता है। चूंकि इस चौराहे से होकर ही सर्किट हाउस जाना होता है इसलिए वीआईपी का आवागमन हमेशा बना रहता है। शहर की आबादी लगातार बढ़ने के कारण ही चौराहे पर यातायात का दबाव बना रहता है। चौराहे के निकट ही संभाग का सबसे बड़ा सरकारी जवाहर लाल नेहरू अस्पताल है। इसलिए इस चौराहे पर यातायात का दबाव रहता है। शर्मा ने बताया कि स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट में नगर निगम की मेयर श्रीमती बृजलता हाड़ा का सकारात्मक रुख है। श्रीमती हाड़ा भी चाहती हैं कि शहर में जिन स्थानों पर ट्रैफिक जाम होता है, वहां आसपास की भूमि लेकर रास्तों को चौड़ा किया जाए। शहर में शहरवासियों से भी अपील की है कि वे यातायात को सुगम बनाने में सहयोग करें।

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