मुख्यमंत्री की अपील पर अजमेर डेयरी के अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी ने वैक्सीन के लिए एक करोड़ रुपए दिए।

मुख्यमंत्री की अपील पर अजमेर डेयरी के अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी ने वैक्सीन के लिए एक करोड़ रुपए दिए।

मुख्यमंत्री की अपील पर अजमेर डेयरी के अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी ने वैक्सीन के लिए एक करोड़ रुपए दिए।
पशु खरीदने के लिए बैंक गारंटी अब अजमेर डेयरी देगी। इससे दूध का कारोबार बढ़ेगा।
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कांग्रेस शासित राजस्थान में राज्य सरकार ने 18 वर्ष की उम्र वाले युवाओं को कोरोना की नि:शुल्क लगाने की घोषणा तो कर दी, लेकिन अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जन सहयोग मांग रहे हैं। गहलोत का कहना है कि जो लोग आर्थिक दृष्टि से सक्षम हैं, उन्हें मुख्यमंत्री सहायता कोष में राशि जमा करवानी चाहिए, ताकि सरकार सभी युवाओं के वैक्सीन लगवा सके। मुख्यमंत्री की इस अपील पर ही अजमेर डेयरी प्रबंधन ने एक करोड़ रुपया जमा करवाने का निर्णय लिया है। डेयरी के अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी ने बताया कि 13 मई को वर्चुअल तकनीक से संचालक मंडल की बैठक हुई। इस बैठक में भी सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया। चौधरी ने कहा कि आज कोरोना का संक्रमण गांवों में फैल रहा है। इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को भी टीका लगवाना जरूरी है। जब मुख्यमंत्री ने नि:शुल्क टीकाकरण की घोषणा की है, तब अजमेर डेयरी की जिम्मेदारी भी बनती है। अजमेर के जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने वैक्सीन के लिए एक करोड़ रुपए की राशि देने पर अजमेर डेयरी और अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी का आभार जताया है। कलेक्टर ने भरोसा दिलाया कि पशुपालन से जुड़े युवाओं को प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन लगाई जाएगी। संचालक मंडल के सदस्यों ने भी एक करोड़ रुपए वैक्सीन के लिए देने पर चौधरी की प्रशंसा की है।
डेयरी देगी बैंक गारंटी:
चौधरी ने बताया कि अजमेर जिले में कोई भी पशुपालक पशु खरीदेगा तो अब अजमेर डेयरी बैंक गारंटी देगी। यानी पशुपालक को अब अपना घर या अन्य सम्पत्ति बैंक में गिरवी नहीं रखनी पड़ेगी। डेयरी प्रबंधन चाहता है कि ग्रामीण लोग अधिक से अधिक अच्छी नस्ल के दुधारू पशु खरीदे ताकि अजमेर में दूध का उत्पादन और बढ़ सके। डेयरी परिसर में जो नया प्लांट लगाया गया है उसमें प्रतिदिन 8 लाख लीटर दूध की प्रोसेसिंग हो सकती है। ऐसे में डेयरी में दूध संग्रहण की कोई समस्या नहीं है। जब दूध उत्पादन ज्यादा होगा तब पशुपालकों की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी। आज भी जिले के पशुपालक मजबूत स्थिति में है। कोरोना संक्रमण में जब लॉक डाउन लगा हुआ है और बाजार में दूध की मांग कम हो गई है, तब निजी क्षेत्र की बड़ी डेयरियों ने भी दूध की खरीद से इंकार कर दिया है। लेकिन अजमेर डेयरी के संग्रहण केन्द्रों पर सभी पशुपालकों का दूध लिया जा रहा है। पशुपालक भी जानते हैं कि इस मुसीबत के दौर में अजमेर डेयरी ही एक मात्र सहारा है। चौधरी ने कहा कि जिले में पशुपालन और दूध के कारोबार से 60 हजार परिवार जुड़े हुए हैं। परिवार का कोई भी सदस्य आधी रात को भी मोबाइल नम्बर 9414004111 पर सीधे उनसे बात कर सकता है। यहां यह उल्लेखनीय है कि रामचन्द्र चौधरी पिछले दिनों ही लगातार छठी बार डेयरी के अध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं।

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