चंडीगढ़ में ‘नशीली दवाओं की तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा’ के बारे में राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन

केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह की अध्यक्षता में चंडीगढ़ में नशीली दवाओं की तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा के बारे में राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार, पंजाब के मुख्यमंत्री श्री भगवंत मान, हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर, जम्मू और कश्मीर के उप-राज्यपाल श्री मनोज सिन्हा पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक श्री बनवारीलाल पुरोहित, गृह सचिव श्री अजय कुमार भल्ला, सामाजिक न्याय और अधिकारिता सचिव, श्री आर. सुब्रह्मण्यम और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के महानिदेशक श्री सत्य नारायण प्रधान ने भी भाग लिया।

इस कार्यक्रम में मंच पर मौजूद सभी गणमान्य व्यक्तियों द्वारा नवचेतना (स्कूली बच्चों के लिए जीवन कौशल और नशीली दवाओं की शिक्षा के बारे में नई चेतना) के कक्षा 6 से 8 और कक्षा 9 से 11 तक के छात्रों के लिए दो मॉड्यूल लॉन्च किए गए, जो मूल रूप से एक शिक्षक प्रशिक्षण मॉड्यूल हैं। ये मॉड्यूल भारत के स्कूलों के छात्रों में जीवन कौशल और नशीली दवाओं के बारे में जागरूकता और शिक्षा में बढ़ोतरी करेंगे। इसके अलावा नवचेतना की पहुंच और प्रभाव को मजबूत करते हुए प्रशिक्षण सामग्री का देश की 12 क्षेत्रीय भाषाओं में अनुवाद किया जा रहा है। शिक्षक सहायता के रूप में प्रत्येक मॉड्यूल एक वीडियो के रूप में उपलब्ध होगा, जिसे दीक्षा पोर्टल (शिक्षा मंत्रालय का डिजिटल शैक्षिक मंच) पर अपलोड किया जाएगा। मंत्रालय ने एक वर्ष में नवचेतना मॉड्यूल के माध्यम से 10 लाख शिक्षकों और 2.4 करोड़ छात्रों के बीच जागरूकता पैदा करने का लक्ष्य रखा है।

यह भी पढ़ें :   उपराष्ट्रपति ने स्कूली शिक्षा में मातृभाषा के उपयोग पर जोर दिया

इस कार्यक्रम के दौरान नशामुक्त भारत अभियान (एनएमबीए) के बारे में एक फिल्म प्रस्तुत की गई, जो जागरूकता कार्यक्रम की यात्रा को दर्शाती है और यह 3 करोड़ युवाओं, 2 करोड़ महिलाओं और 1 लाख शैक्षणिक संस्थानों सहित 8 करोड़ से अधिक आबादी तक पहुंची है। इस वीडियो के माध्यम से प्रधानमंत्री के संदेश को आम जनता तक पहुंचाया गया।

यह भी पढ़ें :   भारतीय नौसेना ने मालाबार नौसैन्य अभ्यास में भाग लिया

इसके बाद, केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह द्वारा एनएमबीए में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले तीन राज्यों और तीन जिलों को एनएमबीए पुरस्कार प्रदान किए गए। ये राज्य हैं- मध्य प्रदेश (प्रथम पुरस्कार), जम्मू-कश्मीर (दूसरा पुरस्कार) और गुजरात (तीसरा पुरस्कार)। सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले तीन एनएमबीए जिले हैं- दतिया (प्रथम स्थान), थौबल (द्वितीय स्थान) और चंडीगढ़ (तीसरा स्थान)।

***

एमजी/एएम/आईपीएस/एचबी