केंद्रीय मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने महान पर्वतारोही बछेंद्री पाल के नेतृत्व वाली फिट@50+ महिला ट्रांस हिमालयन अभियान 2022 टीम को सम्मानित किया

केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने मंगलवार को नई दिल्ली स्थित मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में फिट@50+ महिलाओं की ट्रांस हिमालयन अभियान 2022 टीम को सम्मानित किया। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर भारत की महान पर्वतारोही बछेंद्री पाल के नेतृत्व में 8 मार्च को श्रीमती सुजाता चतुर्वेदी, सचिव, खेल विभाग, युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय, नई दिल्ली ने हरी झंडी दिखाकर इस अभियान की शुरुआत की थी।

 

यह अभियान पंगसाऊ दर्रे (भारत-म्यांमार सीमा), अरुणाचल प्रदेश से द्रास सेक्टर, लद्दाख में कारगिल तक चला और 4,841 किमी से अधिक की दूरी तय की गई। भारत और नेपाल में हिमालय के पूर्व से पश्चिम तक 140 दिनों में 35 ऊंचे पर्वतीय दर्रों को पार किया गया।

17 पर्वतारोहियों की टीम के इस महाअभियान का जिक्र करते हुए श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा, ’50 साल की उम्र में फिट होना, अपने आप में बड़ी बात है। यह अभियान न केवल देश के 50 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए बल्कि सभी के लिए प्रेरणादायक रहा है। आप सभी ने जो किया है वह असाधारण उपलब्धि है। यह नारी-शक्ति की सच्ची ताकत भी है।’

 

फिट इंडिया के बारे में भारत के प्रधानमंत्री के विजन को दोहराते हुए श्री ठाकुर ने कहा, ‘श्री नरेन्द्र मोदी जी ने ‘फिटनेस की डोज, आधा घंटा रोज’ का मंत्र दिया था। हमने उस दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ने का हरसंभव प्रयास किया। चुनौतियां सामने खड़ी थीं तो उधर, भारतीय सेना भी हर कदम पर मदद के लिए साथ थी। बछेंद्री पाल का नेतृत्व असाधारण था।’

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श्री ठाकुर ने सुझाव दिया कि हमें सीमावर्ती क्षेत्रों में फिटनेस संबंधी और अधिक कार्यक्रम शुरू करने चाहिए, जिन्हें फिट इंडिया और एक भारत श्रेष्ठ भारत अभियानों के साथ जोड़ा जा सके। इस कार्यक्रम में सीमावर्ती क्षेत्रों में फिटनेस कार्यक्रम शामिल होगा। युवाओं को सीमा से सटे इलाकों, गांवों को जानने और देखने का भी मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले युवाओं को भी मेट्रो शहरों के जीवन का अनुभव करना चाहिए।

 

माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली पहली भारतीय महिला बछेंद्री पाल का 68 साल की उम्र में अभियान में शामिल होना और टीम का नेतृत्व करना अपने आप में एक असाधारण उपलब्धि थी। यात्रा के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, ‘इस उम्र में अभियान में शामिल होने से पहले मेरे मन में कई विचार थे लेकिन फिर मैंने सोचा कि यह महिला सशक्तिकरण के लिए बहुत बड़ी बात है। युवा कार्यक्रम मंत्रालय, टाटा स्टील और विशेष रूप से भारतीय सेना ने हर कदम पर हमारी मदद की। यह सफर आसान नहीं था। पैरों में छाले थे लेकिन हम कभी रुके नहीं। पूरी सकारात्मकता के साथ हम आगे बढ़ते रहे। यह सब काफी मायने रखता है। हमें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन भारतीय सेना हमेशा रीढ़ की हड्डी की तरह साथ रही। उनकी मौजूदगी से हमें काफी साहस और आत्मविश्वास मिला। उन्होंने हर चीज में हमारा साथ दिया और मदद की।’

 

इस अभियान का उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों के बीच स्वास्थ्य और फिटनेस के बारे में जागरूकता बढ़ाना और विशेष रूप से महिलाओं के लिए एक उदाहरण स्थापित करना था कि किसी भी उम्र में फिट और स्वस्थ रहते हुए बड़े सपने देखे जा सकते हैं। कवर किए गए दर्रों में सबसे कठिन लमखागा दर्रा 17,700 फीट, चुनौतीपूर्ण और उच्चतम अभियान परंग ला दर्रा 18,300 फीट, भाभा दर्रा 16,000 फीट और थोरंग ला- 17,800 फीट शामिल हैं। 10,000 फीट से अधिक ऊंचाई पर एक दिन में सबसे लंबी यात्रा 13.5 घंटे की ट्रेकिंग थी। 12,000 फीट की ऊंचाई पर एक दिन में तय की गई सबसे लंबी दूरी 29 किमी थी। पूर्वी और पश्चिमी नेपाल में कुछ रास्ते सुदूर थे, सीमित संसाधन थे और ऐसे में कई दिनों तक हम 10,000-14,000 फीट के बीच ट्रेकिंग कर रहे थे।

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अभियान दल ने उत्तराखंड, लेह लद्दाख और हिमाचल में मुश्किल दर्रों से गुजरने के समय के अपने अनुभवों को साझा किया। अभियान दल की सदस्य चेतना साहू ने बताया, ‘हर किसी के पैर में जोंक थे, लेकिन हमने हार नहीं मानी। हम आगे बढ़ते रहे। हमने स्कूली बच्चों को संबोधित किया और फिट इंडिया के बारे में जागरूक किया। दूरदराज के इलाकों में फिटनेस का संदेश फैलाया। वहां कोई संसाधन नहीं थे और हमने 5 महीने की यात्रा में सीखा कि न्यूनतम जीवन क्या है। बछेंद्री पाल ने हम सभी को प्रेरित किया।’

 

फिट@50+ महिला ट्रांस हिमालयन अभियान 2022 टीम:

 

बछेंद्री पाल

डॉ. सुषमा बिस्सा

बिमला देवस्कर

चेतना साहू

गंगोत्री सोनेजी

एल अन्नपूर्णा

मेजर कृष्णा दुबे

वसुमति श्रीनिवासन

पायो मुर्मू

सविता धापवाल

शामला पद्मनाभन

भानु रानी

अविनाश श्रीनिवास देवस्कर

रणदेव सिंह

मोहन सिंह रावत

हेमंत गुप्ता

आशीष कुमार सक्सेना

 

एमजी/एएम/एएस