इरेडा की 35वीं वार्षिक आम बैठक

 

 

नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के तहत भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास संस्था लिमिटेड (इरेडा) ने आज इंडिया हैबिटेट सेंटर, नई दिल्ली में इरेडा के शेयरधारकों की 35वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) की। एजीएम में वित्तीय वर्ष 2021-22 के वार्षिक लेखाओं को मंजूरी दी गई।

शेयरधारकों को संबोधित करते हुए, श्री प्रदीप कुमार दास, चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (सीएमडी), इरेडा ने इस बात पर प्रकाश डाला कि, “कोविड-19 की दूसरी और तीसरी लहर के बावजूद, इरेडा ने वित्त वर्ष 2021-22 में अब तक का सबसे ऊंचा 833.84 करोड़ रुपये का कर पूर्व लाभ और 633.53 करोड़ रुपये का कर पश्चात लाभ (पीएटी) दर्ज किया, जिसमें वित्त वर्ष 2020-21 के मुकाबले क्रमशः 46.41 प्रतिशत और 82.88 प्रतिशत की भारी वृद्धि दर्ज की गई।

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इरेडा की लोन बुक वित्त वर्ष 2020-21 के अंत तक के 27,853.92 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2021-22 के अंत में 33,930.61 करोड़ रुपये (21.82 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए) तक पहुंच गई है। कंपनी ने 23,921.06 करोड़ रुपये के साथ अब तक का सबसे अधिक ऋण स्वीकृत किया है, जो कि पिछले वर्ष की मंजूर की गई 11,001.30 करोड़ रुपये के मुकाबले 117.44 प्रतिशत की बढ़त है। वहीं पिछले साल के मुकाबले 82.04 प्रतिशत की रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज करते हुए अब तक का सर्वाधिक ऋण वितरण 16,070.82 करोड़ रुपये दर्ज किया गया है। साथ ही, 2021-22 को समाप्त होने वाले वित्त वर्ष में शुद्ध एनपीए घटकर 3.12 प्रतिशत पर आ गया है, जो कि वित्त वर्ष 2020-21 के अंत में 5.61 प्रतिशत पर था। वहीं सकल एनपीए वित्त वर्ष 2020-21 के अंत में 8.77 प्रतिशत के मुकाबले वित्त वर्ष 2021-22 के अंत में  घटकर 5.21 प्रतिशत पर आ गया है।

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भविष्य की रणनीतियों पर प्रकाश डालते हुए, इरेडा के सीएमडी ने कहा, “इरेडा बड़े संस्थागत निवेशकों जैसे पेंशन फंड, बीमा फंड, पर्यावरण सामाजिक और गवर्नेंस फंड आदि से रकम जुटाने के लिए वैकल्पिक निवेश कोष (एआईएफ) के रूप में डेट फंड स्थापित करने की भी प्रक्रिया में है। एआईएफ उन उधारकर्ताओं के लिए नई परियोजनाओं के वित्तपोषण में भी इरेडा की मदद करेगा जो एक्सपोजर सीमा के करीब पहुंच गए हैं। इसके अलावा, कंपनी पास-थ्रू सर्टिफिकेट जारी करके एसेट-बेस्ड सिक्योरिटाइजेशन (एबीएस) की भी योजना बना रही है।

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