भारत और यूके ने 26 देशों के लिए काउंटर रैनसमवेयर अभ्यास का आयोजन किया

भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय (एनएससीएस) और ब्रिटिश सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर व्यापक साइबर हमले से निपटने की तैयारी के लिए बीएई सिस्टम्स के सहयोग से रैनसमवेयर से निपटने के लिए 26 देशों के लिए रैंसमवेयर ड्रिल का वर्चुअल तरीके से सफलतापूर्वक संचालन किया। यह अभ्यास इंटरनेशनल काउंटर रैनसमवेयर इनिशिएटिव (सीआरआइ)-रेजिलिएंस वर्किंग ग्रुप का हिस्सा था, जिसका नेतृत्व राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा समन्वयक (एनसीएससी) के नेतृत्व में भारत कर रहा है।

इस अभ्यास को बीएई सिस्टम्स द्वारा इमर्सिव लैब्स प्लेटफॉर्म के माध्यम से सुगम बनाया गया है और इस पूरे परिदृश्य को विशेष रूप से प्रतिभागियों के लिए खतरे के खुफिया और परिचालन अनुभवों के आधार पर तैयार किया गया है।

इस अभ्यास का विषय ऊर्जा क्षेत्र पर आधारित है जिसका उद्देश्य सीआरआई सहयोगी राष्ट्रों से संबंधित राष्ट्रीय साइबर संकट प्रबंधन टीमों को कई बिजली वितरण कंपनियों पर रैंसमवेयर हमले से निपटने में सक्षम बनाना है। ये कंपनियां घरेलू ग्राहकों को बिजली वितरण का उत्तरदायित्व संभालती हैं और सार्वजनिक आपूर्ति की अंतिम कड़ी हैं। इस अभ्यास के माध्यम से महत्वपूर्ण राष्ट्रीय बुनियादी ढांचे पर रैंसमवेयर की प्रतिक्रिया पर निर्णय लेने की जटिलता से पड़ताल करने का पता लगाया गया।

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सीआरआई साझीदार देशों और उनसे संबंधित संगठनों जैसे साइबर सुरक्षा, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन, राष्ट्रीय सुरक्षा नीति, महत्वपूर्ण राष्ट्रीय अवसंरचना और कानून प्रवर्तन एजेंसियों सहित से 26 से अधिक प्रतिभागियों को आमंत्रित किया गया।

रैंसमवेयर रेजिलिएंस पर इस वर्चुअल साइबर अभ्यास को आयोजित करने का उद्देश्य एक देश के भीतर कार्यरत संस्थानों को प्रभावित करने वाली एक बड़ी, व्यापक साइबर सुरक्षा घटना का पता लगाते हुए उससे निपटने का मार्ग तलाश करना है। इस अभ्यास को सीआरआई के मिशन का समर्थन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, और इसका उद्देश्य प्रतिभागी सीआरआई सदस्यों को एक प्रमुख रैंसमवेयर घटना की प्रतिक्रया के लिए अपनी क्षमताओं को परखने की अनुमति देना है। इससे साथ-साथ इस तरह की बड़े साइबर हमले के दौरान जानकारी साझा और सहयोग करने से होने वाले लाभों का भी उल्लेख करना है। इस प्रकार के अभ्यास सीआरआई राष्ट्रों को रैंसमवेयर का मुकाबला करने के लिए अपने दृष्टिकोणों को साझा करने के अवसर भी प्रदान करते हैं।

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एमजी/एएम/एसएस