रूस के राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय बैठक में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का उद्घाटन भाषण

Excellency,

फिर से एक बार आपसे मिलने का मौका मिला है और बहुत सारे विषयों पे बातचीत करने का अवसर भी मिला है। गत वर्ष दिसंबर में जब आप आए थे तो कई विषयों पर हमारी चर्चा हुई थी और उसके बाद भी जैसा आपने कहा, पहले एक बार हमारी telephone पर भी चर्चा हुई है और उसमें भारत और Russia के bilateral सम्बंधित भी बातें हुई हैं और दुनियां की जो समस्याएँ है उसके संबंध में भी काफी विस्तार से हमारी बातचीत हुई है। आज फिर एक बार हम मिल रहे हैं और आज भी दुनियां के सामने जो सबसे बड़ी चिंता है और खासकर के developing countries को food security की, fuel security की, fertilizer की ऐसी जो समस्याएँ हैं, हमें जरुर कुछ ना कुछ रास्ते निकालने होंगे और आपने भी उसमें पहल करनी होगी, उन विषयों पर भी आज चर्चा करने का मौका मिलेगा।

Excellency,

मैं आपका और Ukraine दोनों का इस बात के लिए आभार व्यक्त करना चाहूँगा क्योकिं जब शुरू के दिनों में, संकट के काल में हमारे हजारों students Ukraine में फसें हुए थे, आपके और Ukraine की मदद से हमारे students को हम सुरक्षित रूप से बाहर निकाल पाएं, उनके घर तक हम पहुंचा पाएं और इसके लिए मैं आप दोनों देशों का आभारी हूँ।

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Excellency,

मैं जानता हूँ कि आज का युग युद्ध का है नहीं और हमने phone पर भी कई बार आपसे इस विषय पर बात की है कि democracy और diplomacy और dialogue ये सारी बातें ऐसी है कि जो दुनियां को एक स्पर्श करती है। आने वाले दिनों में शांति के रास्ते पर हम कैसे बढ़ सकें उसके विषय में जरुर आज हमें चर्चा करने का मौका मिलेगा, आपका view point समझने का मुझे भी एक अवसर मिलेगा। देखिए, फिर भी जो विषय है जिसकी बातें मैं करता रहता हूँ।

Excellency,

भारत और Russia के संबंध अनेक गुणा बढे हैं, हम इन संबंधो को इसलिए भी महत्व देते है कि हम एक ऐसे मित्र रहे हैं जो पिछले कई दशको से हर पल एक-दुसरे के साथ रहे हैं और पूरी दुनियां भी जानती है कि भारत के साथ Russia का नाता कैसा रहा है और Russia के साथ भारत का कैसा नाता रहा है और इसलिए दुनियां के मन में भी ये बात है कि एक अटूट मित्रता है और व्यक्तिगत रूप से मैं कहूँ तो एक प्रकार से हम दोनों की यात्रा भी समान शुरू हुई। मैं सबसे पहले आपको 2001 में मिला, जब आप Head of the government के रूप में थे और मैं Head of the state government के रूप में काम शुरू किया। आज 22 साल हो गए हैं, हम लगातार हमारी दोस्ती बढती चली जा रही है,लगातार हम दोनों देश मिल कर के इस region की भलाई के लिए, लोगो की भलाई के लिए काम कर रहे हैं। आज SCO summit में भी आपने भारत के लिए जो कुछ भी भावनाएं व्यक्त की हैं, मैं इसके लिए आपका बहुत आभारी हूँ।

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Excellency,

मुझे विश्वास है कि आज के हमारे जो bilateral हुई, आज की हमारी जो बातचीत हुई आने वाले दिनों में हमारे संबंधो को भी गहरे करेंगें, विश्व की जो आशा-अपेक्षाएं हैं उसको पूर्ण करने में भी बहुत काम आएंगी, ऐसा मुझे पूरा भरोसा है। मैं फिर एक बार आज समय निकालने के लिए आपका बहुत-बहुत आभारी हूँ।

 

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DS/AK