डॉ. मनसुख मांडविया ने एबी-पीएमजेएवाई की चौथी वर्षगांठ पर देश भर के लाभार्थियों के साथ बातचीत की, उनके भारी स्वास्थ्य व्यय के दर्द और इस योजना से मिली खुशी को साझा किया

“आयुष्मान भारत- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) योजना द्वारा गरीब और वंचित परिवारों को प्रदान की गई कैशलेस, पेपरलेस और पोर्टेबल स्वास्थ्य देखभाल और उपचार सुविधा ने न सिर्फ उनकी जेब पर पड़ रहे भारी बोझ को कम किया है बल्कि गंभीर और लंबी बीमारी तथा महंगे इलाज के कारण उन्हें आर्थिक दिवालियापन से भी बचाया है।” केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने आज आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) के चार साल पूरे होने के अवसर पर यहां देश के विभिन्न हिस्सों के कुछ लाभार्थियों के साथ बातचीत की। इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार भी उपस्थित थीं। गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री श्री ऋषिकेश पटेल ने वर्चुअली इस कार्यक्रम में भाग लिया।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने उन लाभार्थियों और उनके परिवारों के दर्द तथा पीड़ा को साझा किया जिन्होंने गंभीर स्वास्थ्य संकट के अपने अनुभव और स्वास्थ्य देखभाल खर्च को स्वयं पूरा करने में असमर्थता के बारे में बताया। उन्होंने एबी-पीएमजेएवाई के तहत वित्तीय सहायता प्राप्त करने पर भी अपनी खुशी जाहिर की, जिससे उन्हें पीएमजेएवाई पैनलबद्ध अस्पतालों में गुणवत्तापूर्ण उपचार प्राप्त करने में मदद मिली।

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डॉ. मांडविया ने योजना की विभिन्न विशेषताओं के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि “आयुष्मान भारत ने सभी के लिए स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के सरकार के मिशन को मजबूत किया है”। उन्होंने राज्यों से नागरिक कल्याण के लिए किफायती स्वास्थ्य सेवा और आयुष्मान भारत के राष्ट्रीय मिशन में शामिल होने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “आयुष्मान कार्डों की को-ब्रांडिंग के साथ, हम जल्द ही सभी पात्र लाभार्थियों को कार्ड प्रदान करेंगे।” अब तक 19 करोड़ से अधिक एबी-पीएमजेएवाई कार्ड बनाए जा चुके हैं और 3.8 करोड़ से अधिक लाभार्थी योजना के तहत मुफ्त इलाज का लाभ उठा चुके हैं।

आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) की मुख्य विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि आभा हेल्थ आईडी स्वास्थ्य क्षेत्र में गेम चेंजर साबित होगी। कुछ लाभार्थियों ने स्वास्थ्य आईडी बनाने में आसानी और अपने स्वास्थ्य रिकॉर्ड को एक प्लेटफॉर्म पर स्टोर करने से हुए फायदों के बारे में बताया। उन्होंने सूचित किया कि हेल्थ अकाउंट बिना किसी परेशानी या शुल्क के किसी के स्वास्थ्य रिकॉर्ड की पहचान करने, प्रमाणित करने और आसानी से एक्सेस करने में अत्यधिक सहायक होते हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने उन लाभार्थियों की सराहना की जिन्होंने अपना ऑनलाइन खाता बनाया है और कहा कि युवा वर्ग सरकार की योजनाओं का राजदूत है और इस तरह के डिजिटल प्रयासों के लाभों को वरिष्ठ नागरिकों तक पहुंचाने में मदद कर सकता है।

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डॉ. भारती प्रवीण पवार ने इस बात पर प्रकाश डाला कि इस योजना से स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में बड़े बदलाव आए हैं और इससे स्वास्थ्य सेवाएं अब गरीब परिवारों के लिए सुलभ बन गई हैं। एबी-पीएमजेएवाई उन लाभार्थियों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में सफल रही है जो कमजोर आर्थिक पृष्ठभूमि से आते हैं और शायद महंगे इलाज का खर्च उठाने में सक्षम नहीं हैं। जरूरतमंदों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के अलावा, यह योजना लाभार्थियों को उनके स्वास्थ्य संबंधी अधिकारों के बारे में भी शिक्षित कर रही है। उन्होंने योजना की कवरेज को बढ़ाकर मजबूत भौतिक और डिजिटल बुनियादी ढांचे की इस नींव पर निर्माण करने का आह्वान किया।

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