उत्तरी पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्रालय (एमडीओएनईआर) ने अपने संगठनों के साथ 2 अक्टूबर, 2022 से 31 अक्टूबर, 2022 तक स्वच्छता के लिए विशेष अभियान 2.0 में सक्रिय रूप से भाग लिया है।
यह अभियान पूर्वोत्तर राज्यों के विभिन्न स्थानों पर मंत्रालय के क्षेत्रीय कार्यालयों पर केंद्रित था। उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्रालय (एमडीओएनईआर), पूर्वोत्तर क्षेत्र परिषद (एनईसी), पूर्वोत्तर क्षेत्र वित्त विकास निगम (एनईडीएफआई), पूर्वोत्तर हस्तशिल्प एवं हस्तकरघा विकास निगम लिमिटेड (एनईएचएचडीसी), पूर्वोत्तर क्षेत्र कृषि विपणन निगम (एनईआरएएमएसी) और पूर्वोत्तर बेंत और बांस विकास परिषद (एनईसीबीडीसी) के कार्यालयों सहित 34 चिन्हित स्थलों पर स्वच्छता अभियान चलाए गए। अभियान का मुख्य आकर्षण इसमें कर्मचारियों और आम जनता की व्यापक भागीदारी थी। स्क्रैप के निपटान से एनईडीएफआई और एनईसी स्थलों (साइटों) से 1,07,697/- रुपए का राजस्व अर्जित किया गया है।
इस अभियान के दौरान 550 चिन्हित भौतिक फाइलों को हटा दिया गया है। 313 इलेक्ट्रॉनिक फाइलों में से 213 को प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग (डीएआरपीजी) के दिशानिर्देशों के अनुसार बंद कर दिया गया है।
स्वच्छता पहल के चित्र हमारे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नियमित रूप से साझा की जाती रही हैं।
एमडीओएनईआर के अधिकारियों ने अभियान की प्रगति की समीक्षा के लिए स्वच्छता अभियान के लिए चिन्हित गुवाहाटी और शिलांग के स्थलों का भी दौरा किया।
उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्रालय आने वाले समय में स्वच्छ भारत की अवधारणा को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का प्रयास करेगा।
*****
एमजी/एएम/एसटी/एसएस