श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने धातुविदों से भारत को धातु के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने हेतु स्वदेशी तकनीक के विकास पर काम करने की अपील की

केन्द्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने धातुविदों से स्वदेशी तकनीक के विकास पर काम करने का आह्वान किया है ताकि भारत धातु के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन सके। आज हैदराबाद में भारतीय धातु संस्थान (आईआईएम) की 76वीं वार्षिक तकनीकी बैठक (एटीएम) का उद्घाटन करते हुए, केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार भारतीय उद्योग के लिए अनुकूल वातावरण बनाने पर ध्यान केन्द्रित कर रही है ताकि उसके वैश्विक स्तर पर अग्रणी बनने का मार्ग प्रशस्त हो सके। उन्होंने कहा कि कई स्टील कंपनियों ने रुचि दिखाई है और भारत में विशिष्ट इस्पात के उत्पादन को बढ़ाने के लिए 6322 करोड़ रुपये की ‘उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना’, जिसे आत्मनिर्भरता के लक्ष्यों को प्राप्त करने हेतु एक प्रमुख प्रोत्साहन के रूप में घोषित किया गया है, के तहत इकाइयां स्थापित करने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया है। केन्द्रीय मंत्री ने इस तथ्य का उल्लेख किया कि दुनिया में अपनी उच्चतम उपलब्धता और उपयोगिता के कारण धातु बिरादरी के बीच स्टील का प्रमुख स्थान है, इसके बाद एल्युमीनियम का स्थान आता है। उन्होंने लोगों को यह याद दिलाया कि भारत अभी भी इस्पात की कुछ श्रेणियों के लिए आयात पर निर्भर है।

यह भी पढ़ें :   Indian Railway : कानपुर से कनेक्टिविटी देगी सोगरिया-नई दिल्ली एक्सप्रेस -उत्तर प्रदेश जाने के लिए मिलेगा सुलभ विकल्प

केन्द्रीय मंत्री ने आशा व्यक्त की कि वार्षिक तकनीकी बैठक (एटीएम) का यह कार्यक्रम धातुकर्म और सामग्री विज्ञान से संबंधित नवीनतम विकास, चुनौतियों और समाधानों के बारे में अनुसंधान प्रयोगशालाओं, उद्योगों और शिक्षाविदों के बीच एक ठोस संवाद को बढ़ावा देगा। श्री कुलस्ते ने कहा कि आईआईएम का एटीएम धातुकर्म और सामग्री विज्ञान से जुड़े समुदाय के लिए एक प्रमुख तकनीकी कार्यक्रम है। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि इस एटीएम में कई छात्र भी भाग ले रहे हैं।

यह भी पढ़ें :   ’विद्वतापूर्ण प्रकाशनों को व्यावहारिक प्रशिक्षण पर राष्ट्रीय कार्यशाला का सातवां दिन

इस एटीएम में वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं, छात्रों और उद्योग जगत के लोगों सहित कुल 900 से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। इस कार्यक्रम के एक हिस्से के रूप में, “त्वरित सामग्री डिजाइन और योजक विनिर्माण: वैज्ञानिक एवं तकनीकी परिप्रेक्ष्य”  विषय पर एक अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की गई, जिसमें प्रमुख विशेषज्ञों ने अपनी विशेषज्ञता वाले क्षेत्र से संबंधित विशेष व्याख्यान दिए। इस एटीएम के एक भाग के रूप में समर्पित पोस्टर सत्र और धातु चित्रण प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जा रहा है। उद्योग जगत और शिक्षा जगत के विशेषज्ञों के लिए इस क्षेत्र की बेहद गंभीर समस्याओं पर चर्चा के लिए एक विशेष सत्र का आयोजन किया जा रहा है।

*****

एमजी/एएम/आर