अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष और मेगा फूड इवेंट 2023 से संबंधित गतिविधियों पर प्रमुख कृषि-खाद्य कंपनियों के साथ खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के सचिव की गोलमेज बैठक

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में केंद्र सरकार ने आत्मनिर्भर बनने और वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देने की दिशा में क्रांतिकारी कदम उठाए हैं। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय पूरी क्षमता से खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र के निर्बाध विकास को बढ़ावा देने के मार्ग का अनुसरण कर रहा है।

उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (पीएलआईएस), प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम योजना (पीएमएफएमई योजना) का औपचारिकीकरण, प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना (पीएमकेएसवाई) जैसे कई कदम उठाए गए हैं ताकि कुशल आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन के साथ आधुनिक बुनियादी ढांचा तैयार करने के साथ ही, विनिर्माण और निर्यात में वृद्धि हो सके तथा अनौपचारिक क्षेत्र में छोटी और सूक्ष्म इकाइयों को उन्नत किया जा सके जिससे रोजगार के बड़े अवसर पैदा होंगे और उसके साथ ही किसानों की आय में भी वृद्धि होगी।

खाद्य और संबद्ध उद्योग अपने विभिन्न खंडों जैसे बाजरा/पोषक-अनाजों (भारत के सुपर फूड), खाने/पकाने के लिए तैयार, प्रशीतित (जमे हुए) खाद्य पदार्थों आदि के साथ अवसरों के नए युग का साक्षी रहा है।

जैसा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2023 को ‘अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष’ के रूप में घोषित किया है, तदनुसार ही संबंधित मंत्रालयों/विभागों द्वारा जागरूकता पैदा करने और वैश्विक रूप से जलवायु अनुकूल पौष्टिक बाजरे के उत्पादन और उसकी उत्पादकता में सुधार की दिशा में काम करने के लिए सभी हितधारकों को प्रेरित करने के लिए कार्यक्रमों और पहलों की एक श्रृंखला आयोजित की जा रही हैI

यह भी पढ़ें :   रेलवे में मचा हड़कंप, जीएम की सलून लगी दे देखो टूटी पटरी से निकालने का मामला

चूंकि खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय सभी हितधारकों अर्थात उत्पादकों, खाद्य प्रसस्कृत करने वालों (प्रोसेसर), उपकरण निर्माताओं, आपूर्ति प्रबन्धनकर्ताओं, शीतगृह संचालकों (कोल्ड चेन प्लेयर्स), प्रौद्योगिकी प्रदाताओं, स्टार्ट-अप्स और नई पहल करने वालों (इनोवेटर्स), खाद्य खुदरा विक्रेताओं आदि के बीच विशिष्ट रूप से स्थित है,  इसलिए मंत्रालय ने बाजरा प्रसंस्करण और मूल्य-संवर्धन में असंख्य अवसरों के साथ-साथ सभी संबंधित हितधारकों के लिए अन्य अग्रणी  क्षेत्रों में उपलब्ध अवसरों को प्रदर्शित करने के लिए बाजरा पर ध्यान देने वाले एक मेगा फूड इवेंट के आयोजन का प्रस्ताव दिया है ।

उसी महोत्सव की प्रस्तावना के रूप में, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय सचिव, श्रीमती  अनीता प्रवीण ने आज 16 नवंबर 2022 को सुबह 10:30 बजे कृषि और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में उद्योग के अग्रणी खिलाड़ियों के साथ एक गोलमेज वार्ता की अध्यक्षता की। इस वार्ता का एजेंडा प्रस्तावित मेगा फूड इवेंट तक पूरे वर्ष आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की श्रृंखला के लिए मंत्रालय की कार्ययोजना के साथ-साथ उद्योग के खिलाड़ियों के पास उपलब्ध सूचनाओं को इकट्ठा करना था। गोलमेज सम्मेलन में राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमिता और प्रबंधन संस्थान (निफ्टेम्स-एनआईएफटीईएमएस) और कृषि खाद्य क्षेत्र के 25 से अधिक प्रमुख उद्योग के खिलाड़ियों ने भाग लिया, जिसमें आरटीई/सी, बाजरा, फल एवं सब्जियां  समुद्र से मिलने वाले खाद्य पदार्थो, डेयरी और पौष्टिक औषधीय पदार्थ न्यूट्रास्यूटिकल्स जैसे उप-खंड शामिल हैं ।

यह भी पढ़ें :   ट्राइफेड 177 संभावित जनजातीय उत्पादों के लिए जीआई टैग प्राप्त करने की दिशा में कार्य कर रहा है

अपने अध्यक्षीय भाषण में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग सचिव ने उद्योग के प्रतिभागियों को सूचित किया कि 2023 में आयोजित होने वाले कार्यक्रम की परिकल्पना बड़े पैमाने पर की जा रही है और यह अवसर खाद्य प्रसंस्करण एवं खुदरा खाद्य की मूल्य श्रृंखला में भारतीय बाजार का पता लगाने के लिए एक मंच प्रदान करेगा।

इस कार्यक्रम के माध्यम से, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय अपने स्वास्थ्य लाभों के कारण पौष्टिक तत्वों से भरपूर न्यूट्री-अनाज को विश्व स्तर पर लोकप्रिय बनाने की योजना बना रहा है। इसके बदले में, उद्योग के सदस्यों ने स्थिरता पर राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमिता और प्रबंधन संस्थान के साथ दीर्घकालिक आधार पर अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय अभियानों, प्रदर्शनियों,  भोजन और पाककला महोत्सवों एवं अनुसंधान सहयोग के आयोजन की सिफारिश की।

*****

एमजी/एएम/एसटी