banner

श्री पीयूष गोयल ने राष्ट्र में बौद्धिक संपदा (आईपी) व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए कार्यालय महानियंत्रक एकस्व, अभिकल्प और व्यापार चिह्न (सीजीपीडीटीएम) की ओर से की गई पहल की समीक्षा की

केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण व वस्त्र मंत्री श्री पीयूष गोयल ने आज नई दिल्ली में कार्यालय महानियंत्रक एकस्व (पेटेंट), अभिकल्प (डिजाइन) और व्यापार चिह्न (सीजीपीडीटीएम) से संबंधित विभिन्न मामलों व पहलों की समीक्षा के लिए एक बैठक की। इस बैठक में सीजीपीटीडीएम के कार्यालय व उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।

मंत्री ने इस समीक्षा बैठक में देश में आईपी व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए किए जा रहे प्रयासों के महत्व का उल्लेख किया। उन्होंने नियमित रूप से काफी जरूरी इन सभी मामलों का फॉलो अप करने का आह्वाहन किया, जिससे आईपीआर व्यवस्था को और अधिक मजबूत किया जा सके। साथ ही आईपी आवेदनों को सुगमता से जमा करने और उनसे संबंधित प्रक्रियाओं को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए एक इकोसिस्टम का समर्थन किया जा सके। श्री गोयल ने इस पर जोर दिया कि स्टार्टअप्स पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए, जिससे देश में अधिक नवाचार और उद्यमिता विकसित हो।

यह भी पढ़ें :   भारत ने नेटवर्क रेडीनेस सूचकांक- 2022 के अनुसार छह स्लॉटों में सुधार किया है और अब 61वें स्थान पर है

सीजीपीडीटीएम ने इसकी जानकारी दी कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक दैनिक खुला सत्र (ओपन हाउस) आयोजित किया जा रहा है। इसमें हितधारक आईपीआर मामलों/मुद्दों के संबंध में शिकायतें साझा कर सकते हैं/सुझाव दे सकते हैं। इसके साथ ही, आईपी कार्यालय में रिक्त पदों को भरने व अतिरिक्त मानव संसाधन का सृजन, इसका पूर्ण डिजिटलीकरण और अधिकारियों की क्षमता बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण मॉड्यूल की तैयारी की भी समीक्षा की गई।

यह भी पढ़ें :   देशभर में खाद्य तेल की कीमतों में गिरावट का रूझान

इसके अलावा राष्ट्रीय आईपी सम्मेलन के दौरान हितधारकों के दिए गए सुझावों पर की गई कार्रवाई की समीक्षा भी की गई।

*******

एमजी/एएम/एचकेपी

[yt-video-rand]

अपना सहयोग अवश्य दें।

हमें आपके सहयोग की आवश्यकता है, अपना छोटा सा सहयोग देकर हमें आगे बढ़ने में सहायता प्रदान करें।

क्लिक करें