हर किसी को और सभी को आमंत्रण: #NotJustIFFIMemeContest का शुभारंभ

यह कहा जाता है कि न तो आंख को देखकर तृप्ति मिलती है, न ही कान सुनकर संतुष्ट होता है। जीहां, हम इफ्फी का उत्सव मना रहे हैं, लेकिन हम जो देख रहे हैं, जो सुन रहे हैं महज उससे ही संतुष्ट नहीं हैं। हमारा कहने का मतलब यह है कि हमें अच्छी, शानदार और सुंदर चीजें सुनने और देखने को मिली हैं, लेकिन हम उतने से ही संतुष्ट नहीं हैं। हमारी आत्मा तृप्त नहीं हुई है। अनंत सिनेमाई प्रेरणा की हमारी ललक पूरी नहीं हुई है।

यह भी पढ़ें :   राष्ट्रीय साधन -सह - मेधा छात्रवृत्ति योजना (एनएमएमएसएस) के लिए आवेदन (नवीन/नवीनीकरण) नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर जमा करने की अंतिम तिथि 15 नवंबर, 2022 है

जीहां, ये दिल मांगे मोर मीम! अधिक रचनात्मक सामग्री। बड़ी संख्या में लोग न सिर्फ इफ्फी में प्रदर्शित की जा रही फिल्मों, बल्कि अन्य फिल्मों की सुंदरता के बारे में भी बातें कर रहे हैं। हममें से अधिकांश लोग इफ्फी के 53वें संस्करण में सम्मानित किए जा रहे फिल्म निर्माताओं के सपनों, संघर्षों और आकांक्षाओं से प्रेरित हो रहे हैं। हममें से कई लोग आश्चर्य, उत्साह, खुशी, अंतर्दृष्टि और इन सबसे बढ़कर इफ्फी से मिलने वाली प्रेरणा को साझा कर रहे हैं। लेकिन बातें सिर्फ इफ्फी तक ही सीमित नहीं है।

यह भी पढ़ें :   केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने भारतीय स्टार्टअप और बर्लिन में पोस्ट डॉक्टर, डॉक्टरेट और मास्टर डिग्री करने वाले छात्रों से प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार द्वारा शुरू किए गए विभिन्न फेलोशिप, संयुक्त प्रशिक्षण कार्यक्रमों और पेशेवर विकल्पों का लाभ उठाने की अपील की

तो आइए हमारे साथ। पीआईबी में हम – पीआईबी आईएफएफआई कास्ट एंड क्रू – यहां एक मीम प्रतियोगिता शुरू कर रहे हैं जिसे हमने #NotJustIFFIMemeContest  का नाम दिया है।

यहां प्रस्तुत मात्र नियम भर नहीं हैं:

तो, अब और इंतजार मत कीजिए। अब सोचना शुरू कीजिए! हम आपके द्वारा बनाए जाने वाले मीम को देखने के लिए और ज्यादा इंतजार नहीं कर सकते। शुरू कीजिए। अभी। तत्काल!

 

***

एमजी/एएम/आर/एसके