लॉस्ट कोई स्टूडियो आधारित फिल्म नहीं है, यह वास्तविक जीवन की घटनाओं पर आधारित कहानी है: यामी गौतम

गोवा में भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के 53वें संस्करण के मौके पर आज पीआईबी द्वारा आयोजित “टेबल टॉक्स” सत्र में यामी गौतम ने कहा कि लॉस्ट कोई स्टूडियो आधारित फिल्म नहीं है, यह वास्तविक जीवन की घटनाओं पर आधारित कहानी है। आप कहानी में डूबकर चरित्र के हर हिस्से को महसूस कर पाएंगे, जो हमारे आत्म-अनुभव और हमारे आसपास की दुनिया को प्रतिध्वनित करता है।

फिल्म में मुख्य किरदार की भूमिका निभाने का अपना अनुभव बताते हुए यामी ने कहा, जब ऐसा किरदार आपके सामने आता है तो उसे निभाना बहुत चुनौतीपूर्ण हो जाता है। उन्होंने कहा, “कभी-कभी हमें लगता है कि थोड़ा ही काफी है और मैंने इस सिद्धांत का पालन किया। मैंने वास्तव में फिल्म में चरित्र को चित्रित करने की कोशिश नहीं की। मैं किरदार के अंदर ही थी, जैसा वह होता है।”
यामी ने कहा कि कई बार लोगों को ऐसे चरम अनुभव होते हैं, जिन्हें शब्दों में बयां करना मुश्किल होता है। उन्होंने कहा, “लॉस्ट एक खोजी थ्रिलर है, जो उस गहन व्यक्तिगत अनुभव को दर्शाता है।”
निर्देशक अनिरुद्ध रॉय चौधरी ने कहा कि लॉस्ट व्यावहारिक तरीके से मीडिया की सत्यनिष्ठा के मुद्दे पर प्रकाश डालता है।
यामी के किरदार के बारे में अधिक जानकारी देते हुए, अनिरुद्ध ने कहा कि यह एक बहुत ही गहन आंतरिक संघर्ष है जिससे चरित्र गुजरता है। उन्होंने कहा, “कुछ भूमिकाओं में बहुत सारे संवाद और तत्व होते हैं जिन्हें आपको करने की आवश्यकता होती है, लेकिन यह सिर्फ एक चरित्र नहीं है, यह एक दृढ़ विश्वास और प्रतिबद्धता है। असली यामी को जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी।”

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इस फिल्म को आज इफ्फी में प्रदर्शित किया गया और इसे दर्शकों से बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली।
फिल्म के बारे में
1. अनिरुद्ध रॉय चौधरी (निर्देशक)

2. यामी गौतम (अभिनेत्री)

3. पंकज कपूर (अभिनेता)

4. तुषार पांडे (अभिनेता)

सारांश
सच्ची घटनाओं से प्रेरित फिल्म लॉस्ट एक ऊर्जावान युवा महिला क्राइम रिपोर्टर की कहानी है जो एक युवा थिएटर कलाकार के अचानक गायब होने के पीछे की सच्चाई की अथक खोज में लगी हुई होती है। एक खोजी थ्रिलर जो एक उच्च खोज का प्रतिनिधित्व करती है, संवेदना और सत्यनिष्ठा के खोए हुए मूल्यों की खोज है।

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