इफ्फी-53 में ‘सिनेमा ऑफ द वर्ल्ड’ श्रेणी में चेक फिल्म ‘ऑर्डिनरी फेलियर्स’ दिखाई गई

इस फिल्म की निर्देशक क्रिस्टीना ग्रोसन ने कहा “ऑर्डिनरी फेलियर्स (चेक शीर्षक: बेज़्ना सलहानी) को बनाने का विचार कोविड-19 महामारी के दौरान आया था। महामारी ने लोगों के सामान्य जीवन को बाधित कर दिया था। इससे हमें वास्तविकता और अपनी स्क्रिप्ट को समानांतर रूप से देखने में मदद मिली।” वे आज, 25 नवंबर 2022 को गोवा में इफ्फी महोत्सव के दौरान पीआईबी द्वारा आयोजित किए जा रहे ‘टेबल टॉक्स’ सत्रों में मीडिया और महोत्सव में आए प्रतिनिधियों से बात कर रही थीं। इस फिल्म को कल इफ्फी-53 की ‘सिनेमा ऑफ द वर्ल्ड’ श्रेणी में प्रदर्शित किया गया था।

क्रिस्टीना ग्रोसन ने कहा कि ‘ऑर्डिनरी फेलियर्स’ तीन महिलाओं की कहानी है जो अपने अपूर्णताओं से भरे अस्तित्व से जूझ रही हैं और तभी एक अजीब, प्राकृतिक घटना उनके रोज़मर्रा के जीवन में उभर आती है, जो उन्हें अपनी निगाहें उठाकर देखने का न्यौता देती है।

 

निर्माता मारेक नोवाक ने कहा कि वे सामान्य विफलताओं को एक कलात्मक फिल्म के रूप में वर्गीकृत करेंगे। उन्होंने बताया कि आम तौर पर चेक गणराज्य व यूरोप के मौजूदा फिल्म बाजार परिदृश्य ऐसी फिल्मों का समर्थन करता है और इसके साथ ही जनता भी इसका समर्थन कर रही है। नोवाक ने आगे कहा कि इस फिल्म का सह-निर्माण चेक गणराज्य, हंगरी, इटली और स्लोवाकिया में क्राउड फंडिंग के माध्यम से किया गया है।   

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ओटीटी पीढ़ी में लैंगिक समानता व महिला निर्देशित फिल्मों के बारे में पूछे जाने पर क्रिस्टीना ने बताया कि स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है और महिलाओं को अधिक अवसर प्राप्त हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे अपने पेशे से प्रसन्न हैं और अधिक महिलाओं को फिल्म निर्माण के क्षेत्र में आने के लिए प्रोत्साहित करेंगी।

क्या यह फिल्म केवल महिलाओं को लक्षित करती है, इस सवाल के जवाब में क्रिस्टीना ग्रोसन ने कहा कि वे फिल्म को समाज के एक विशेष वर्ग की जगह सभी को लक्षित करने के रूप में देखती हैं। निर्माता नोवाक ने आगे बताया कि चेक गणराज्य में फिल्म देखने जाने वालों और संस्कृति उपभोक्ताओं में अधिकांश महिलाएं थीं।

क्रिस्टीना ग्रोसन ने भी इस पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की कि साधारण विफलताओं को युवा और प्रौढ़ दर्शकों ने अच्छी तरह से स्वीकार किया। इसके अलावा उन्हें आईएफएफआई- 53 में इस फिल्म के प्रौढ़ दर्शकों से अधिक सवाल और प्रतिक्रिया आने पर सुखद आश्चर्य हुआ।

ऑर्डिनेरी फैल्योर्स एक ऐसे निकट भविष्य में बुना गया दर्शनीय एवं मनोरम ड्रामा है जहां ऐसा प्रतीत होता है कि इस धरती पर समय खत्म होने वाला है, जिससे तीन नायक स्वयं को रोकने और परस्पर दोबारा जुड़ने के लिए मजबूर हो जाते हैं। इसमें तीन कहानियां हैं जो एक-दूसरे के साथ-साथ चलती हैं, इसके पात्र शांतिपूर्ण तरीक़े से अपने भाग्य में आई स्थितियों का सामना करते हैं, शायद इन अजीब और अपने आप घट रही घटनाओं में एक अवसर को महसूस करते हुए कि स्थितियां वैसी हो जाएं जैसा उन्हें होना चाहिए, और यह पात्र अपने समक्ष ख़त्म होती दुनिया में किसी नई संभावना की तलाश करते हैं।

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फिल्म के बारे में

निर्देशक: क्रिस्टीना ग्रोसन

निर्माता: मारेक नोवाक

स्क्रीन स्क्रीन: क्लारा व्लासकोवा

सिनिमेटोग्राफर: मर्क ग्योरी

एडिटर: अन्ना मेलर

कलाकार: तात्जाना मेदवेका, बीटा कालोकोवा, नोरा क्लिमेसोवा, विका केरेकेस, एडम बर्का, रोस्टिस्लाव नोवाक जूनियर, जाना स्ट्रीकोवा, लुबोस वेसेले

2022 | चेक/हंगेरियन/इतालवी/स्लोवाकियाई | रंगीन | 84 मिनट।

सारांश:

एक मिसफिट किशोरी, एक चिंतित मां और हाल ही में हुई एक विधवा अपने दिन को एक रहस्यमय प्राकृतिक घटना से बाधित देखती है। जैसे-जैसे उनकी दुनिया अराजक होती है, तीनों महिलाएं जीवन में अपना मुकाम पाने का संघर्ष करती हैं।

निर्देशक: क्रिस्टीना ग्रोसन का जन्म 26 जुलाई, 1987 को अरद, रोमानिया में हुआ था। वह एक लेखक एवं निर्देशक हैं, जिन्हें अलोंग कम ए प्रिंस (2020), बेज़ना सेल्हानी (2022) और हॉलिडे एट द सीसाइड (2013) के लिए जाना जाता है।

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