तो राहुल गांधी को विभाजनकारी विचार और देश का अपमान करने वाले कांग्रेसी नेता पसंद हैं। राहुल गांधी बताएं आखिर पनौती (अशुभ) कौन है।
तो राहुल गांधी को विभाजनकारी विचार और देश का अपमान करने वाले कांग्रेसी नेता पसंद हैं। राहुल गांधी बताएं आखिर पनौती (अशुभ) कौन है।

तो राहुल गांधी को विभाजनकारी विचार और देश का अपमान करने वाले कांग्रेसी नेता पसंद हैं। राहुल गांधी बताएं आखिर पनौती (अशुभ) कौन है।

तो राहुल गांधी को विभाजनकारी विचार और देश का अपमान करने वाले कांग्रेसी नेता पसंद हैं।
राहुल गांधी बताएं आखिर पनौती (अशुभ) कौन है।
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कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा ने 2 फरवरी को झारखंड राज्य की सीमा में प्रवेश किया। इस अवसर पर राहुल गांधी ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हेमंत बिस्वा सरमा और मिलिंद देवड़ा जैसी विचारधारा वाले नेताओं की कांग्रेस में कोई जरूरत नहीं है। कांग्रेस में जो नेता सरमा और देवड़ा जैसे विचार रखते हैं , उन्हें तुरंत कांग्रेस छोड़ देनी चाहिए। सब जानते हैं कि मौजूदा समय में सरमा असम के लोकप्रिय मुख्यमंत्री है और देवड़ा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना की सदस्यता ले ली है। इन दोनों नेताओं ने जब कांग्रेस छोड़ी तब कांग्रेस नेतृत्व पर देशहित में काम न करने का आरोप लगाया। 2 फरवरी को जब राहुल गांधी झारखंड में सरमा और देवड़ा जैसे नेताओं को पार्टी छोड़ने की बात कह रहे थे, तभी राजस्थान के जयपुर में आयोजित लिटरेचर फेस्टिवल में पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा कि कश्मीर मुद्दे पर भारत को पाकिस्तान से बात करनी चाहिए। अय्यर का कहना रहा कि जब हम सर्जिकल स्ट्राइक कर सकते हैं, तब टेबल पर बातचीत क्यों नहीं? अय्यर ने यह बात तब कही जब जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद आमतौर पर शांति हो गई है और कश्मीर में रिकॉर्ड पर्यटन हो रहा है। जाहिर है कि अय्यर अपने ही देश को अपमानित करने का काम कर रहे हैं। इसी प्रकार 2 फरवरी को ही कांग्रेस के सांसद डी के सुरेश ने केंद्र सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए दक्षिण राज्यों का अलग देश बनाने की बात कही। मणिशंकर अय्यर और डीके सुरेश के बयानों से प्रतीत होता है कि राहुल गांधी को देश को अपमानित और विभाजित करने की सोच वाले नेता पसंद है। अय्यर को तो ऐसे ही बयानों के कारण कांग्रेस से निलंबित किया गया था, लेकिन थोड़े ही दिनों के बाद अय्यर को कांग्रेस में शामिल कर लिया गया। अच्छा हो कि राहुल गांधी अय्यर और डीके सुरेश जैसे नेताओं के बयानों पर भी रोक लगवाए।
पनौती कौन:
पिछले दिनों अंतरिक्ष से जुड़ा एक अभियान विफल हुआ तो राहुल गांधी ने पीएम मोदी की उपस्थिति को अशुभ (पनौती) बताया। हालांकि अंतरिक्ष के सभी कार्यक्रम वैज्ञानिकों पर निर्भर होते हैं और हर कार्यक्रम को सफल बनाने में हमारे वैज्ञानिक पूरी मेहनत करते हैं, लेकिन कई बार तकनीकी कारणों से कोई अभियान विफल भी हो जाता है। लेकिन राहुल गांधी ने जब से भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू की है,तब से कांग्रेस को नुकसान हो रहा है। मणिपुर से यात्रा शुरू करने के साथ ही महाराष्ट्र में दिग्गज नेता मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस छोड़ दी। राहुल ने जब बंगाल में प्रवेश किया तो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोकसभा चुनाव अकेले दम पर लड़ने की घोषणा कर दी। असम के बाद जब बिहार में यात्रा ने प्रवेश किया तो बिहार में कांग्रेस के गठबंधन वाली नीतीश कुमार की सरकार गिर गई। अब जब 2 फरवरी को झारखंड में प्रवेश किया तो यात्रा के प्रवेश करने से पहले ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गिरफ्तार हो गए। भले ही अब कांग्रेस के समर्थन से चंपई सोरेन ने सरकार बना ली हो, लेकिन जेएमएम के विधायकों ने रोष व्याप्त है। माना जा रहा है कि चंपई सोरेन सरकार 5 फरवरी को विधानसभा में अपना बहुमत साबित नहीं कर सकेगी। इधर, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने एक बार फिर कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस को इस बार लोकसभा चुनाव में 40 सीटें भी नहीं मिलेंगी।
Report By S.P.MITTAL