भारत में अब दब गई बीबीसी की आवाज। ब्रिटिश सांसद के बताने पर ही पता चला की बीबीसी ने अयोध्या के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का कवरेज किया था।
भारत में अब दब गई बीबीसी की आवाज। ब्रिटिश सांसद के बताने पर ही पता चला की बीबीसी ने अयोध्या के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का कवरेज किया था।

भारत में अब दब गई बीबीसी की आवाज। ब्रिटिश सांसद के बताने पर ही पता चला की बीबीसी ने अयोध्या के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का कवरेज किया था।

भारत में अब दब गई बीबीसी की आवाज।
ब्रिटिश सांसद के बताने पर ही पता चला की बीबीसी ने अयोध्या के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का कवरेज किया था।
=============
एक समय था जब ब्रिटिश ब्रॉडकास्ट कारपोरेशन (बीबीसी) की खबरों को भारत में विश्वसनीय माना जाता था। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से बीबीसी ने भारत विरोधी रवैया अपना रखा है। अब बीबीसी तथ्यों से परे जाकर खबरों का प्रसारण करता है। यही वजह है कि भारत में अब बीबीसी की आवाज दब गई है। न तो रेडियो न बेवसाइट और न ही किसी चैनल पर बीबीसी की खबरे देखी सुनी जाती है। भारत में बीबीसी के पाठकों में तेजी से गिरावट हुई है। जो लोग भारत को नीचा दिखाने में रुचि रखते हैं, वे ही वेबसाइट पर खबरों को देखते हैं। बीबीसी ने गत 22 जनवरी को अयोध्या में हुए प्राण प्रतिष्ठा समारोह की खबर प्रसारित की, इसकी जानकारी भी ब्रिटिश सांसद बॉब ब्लैकमैन के बयान से हुई। ब्लैकमैन ने अपने देश के मीडिया संस्थान बीबीसी पर एक तरफा खबर चलाने का आरोप लगाया है। ब्लैकमैन का कहना है कि बीबीसी ने अपनी खबर में बताया कि अयोध्या में मंदिर जिस स्थान पर बना है, जहां पहले मस्जिद थी, लेकिन बीबीसी ने यह नहीं बताया कि पूर्व में मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाई गई थी। ब्लैकमैन का आरोप है कि बीबीसी ने पूरे तथ्यों की जानकारी अपनी खबर में नहीं दी। यहां यह उल्लेखनीय है कि वित्तीय अनियमितता करने के आरोप में सीबीआई और ईडी ने बीबीसी के भारत स्थित कार्यालयों पर छापामार कार्यवाही की थी। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से ही बीबीसी एकतरफा खबरें प्रसारित कर रहा है।
S.P.MITTAL