नोटबंदी से सरकार को हुआ क्‍या फायदा, वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने दिया पूरा ब्‍यौरा

नोटबंदी से सरकार को हुआ क्‍या फायदा, वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने दिया पूरा ब्‍यौरा

वर्ष 2016 में केंद्र द्वारा की गई नोटबंदी से सरकार को आखिर क्‍या फायदा हुआ, इसका ब्‍यौरा आज संसद में पेश किया गया. वित्‍त राज्‍य मंत्री पंकज चौधरी ने लोकसभा में बताया कि विमुद्रीकरण के दौरान बैंक खातों में भारी नकद राशि जमा की गई तथा इस नकद राशि के स्‍वामियों का पता करना संभव हुआ. आयकर विभाग ने विमुद्रीकरण की स्‍कीम के दुरुपयोग में लिप्‍त पाए गए लोगों पर कई कार्रवाईयां की.

चौधरी ने बताया कि आयकर विभाग ने नवंबर, 2016 से मार्च, 2017 की अवधि के दौरान 900 समूहों पर तलाशी कार्रवाई की, जिसके परिणामस्‍वरूप 900 करोड़ रुपये की जब्‍ती की गई. इसमें 63.6 करोड़ रुपये की नकदी तथा 7961 करोड़ की अप्रकटित आय की स्‍वीकारोक्ति शामिल है. इसी अवधि के दौरान 8239 सर्वेक्षण किए गए, जिसमें 6745 करोड़ रुपये की अप्रकटित आय का पता चला.

यह भी पढ़ें :   एशिया और अफ्रीका में मोटे अनाजों को मुख्यधारा में लाने के लिये नीति आयोग और विश्व खाद्य कार्यक्रम की पहल

एक प्रश्‍न के उत्‍तर में चौधरी ने बताया कि विमुद्रीकरण के बाद बैंक खातों में 5.10 लाख रुपये जमा करने वाले नॉन-आईटी फाइलरों के मामलों में इलेक्‍ट्रॉनिक अभियान की शुरुआत की गई थी. इसके पश्‍चात 3.04 लाख ऐसे व्‍यक्तियों की पहचान की गई थी, जिन्‍होंने 10 लाख रुपये अथवा इससे अधिक नकद जमा किया था लेकिन आयकर रिटर्न दाखिल नहीं किया था. कुल मिलाकर लक्षित नॉन-फाइलरों द्वारा 13,000 करोड़ रुपये से अधिक के स्‍व-निर्धारित कर का भुगतान किया गया.

यह भी पढ़ें :   शिक्षा मंत्रालय ने वर्ष 2020-21 के लिए राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के प्रदर्शन श्रेणी सूचकांक पर रिपोर्ट जारी की

चौधरी ने कहा कि वित्‍त वर्ष 2017-18 के दौरान, विमुद्रीकरण के बाद आयकर विभाग द्वारा निरंतर और हस्‍तक्षेपी अभियान के कारण प्रत्‍यक्ष करों का निवल संग्रह पिछले वर्ष की तुलना में 18% बढ़कर 10.03 लाख करोड़ रुपये हो गया. यह पिछले साल वित्‍तीय वर्षों की सबसे ऊंची वृद्धि है. वित्‍त वर्ष 2016-17 की तुलना में वित्‍त वर्ष 2017-18 में व्‍यक्तिगत अग्रिम कर में 23.4% तथा व्‍यक्तिगत स्‍व-निर्धारण कर में 29.9% की असाधारण वृद्धि हुई थी.