पोलियो वायरस टू के खिलाफ आई वैक्सीन, इमरजेंसी में इस्तेमाल की मंजूरी
विश्व से पोलियो को पूरी तरह खत्म करने के लिए वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन लगातार कोशिशें कर रहा है. विश्व के कई अफ्रीकी देशों के अलावा पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में अभी भी पोलियो वायरस के मामले सामने आ रहे हैं. हालांकि अब पोलियो ड्रॉप या वैक्सीन से निकले टाइप टू वायरस को रोकने के लिए समाधान ढूंढ लिया गया है. वैक्सीन जनित पोलियो वायरस टू के खिलाफ नई वैक्सीन नोवल ओरल पोलियो वैक्सीन टाइप टू यानि nOPV2 तैयार की गई है. जिसे फिलहाल डब्ल्यूएचओ ने इमरजेंसी इस्तेमाल की सूची में रखा है.
डब्ल्यूएचओ की ग्लोबल एडवाइजरी कमेटी फॉर वैक्सीन सेफ्टी के सदस्य और भारत में नेशनल सर्टिफिकेशन कमेटी फॉर पोलियो इरेडिकेशन के चेयरमैन डॉ. एन के अरोड़ा ने बताया कि पोलियो के खात्मे के लिए विश्व मेंं अभी तक हम नियमित ओरल पोलियो वायरस वैक्सीन का इस्तेमाल करते रहे हैं जो कि ट्रायवेलेंट होती है.
भारत की बात करें तो यहां पोलियो के तीनों वायरस पी1, पी2 और पी3 खत्म हो चुके हैं लेकिन दुनिया में अभी भी पोलियो का पी1 वायरस घूम रहा है. साथ ही बीच में बीच में वैक्सीन व्युत्पन्न पोलियो वायरस वीडीपीवी भी सामने आ जाता है. यह ज्यादातर टाइप टू का होता है. इस समय यह वायरस दक्षिण अफ्रीका के कई शहरों के अलावा पाकिस्तान और अफगानिस्तान में सर्कुलेट कर रहा है.