डॉ. वीरेंद्र कुमार ‘नेशनल कन्वेंशन ऑन डिजिटल बेस्ट प्रैक्टिसेज एंड नार्थ ईस्ट समिट’ को संबोधित करेंगे

द नेशनल ट्रस्ट फॉर द वेलफेयर ऑफ पर्सन्स विथ ऑटिज्म, सेरेब्रल पाल्सी, मेंटल रिटार्डेशन एंड मल्टीपल डिसेबिलिटीजबौद्धिक एवं विकासात्मक दिव्यांगता के शिकार लोगों के लिए 7 अगस्त 2021 को सुबह 11.30 बजे से दोपहर 2.33 बजे के बीच डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली मेंवर्चुअल माध्यम से‘नेशनल कन्वेंशन ऑन डिजिटल बेस्ट प्रैक्टिसेज एंड नार्थ ईस्ट समिट’ का आयोजन करेगा।यह ट्रस्ट भारत सरकार के सामाजिक न्‍याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के तत्वावधान में वर्ष 2000 से स्वलीनता (ऑटिज्म),मस्तिष्क पक्षाघात (सेरेब्रल पाल्सी), मानसिक मंदता (मेंटल रिटार्डेशन) और बहु- दिव्यांगता (मल्टीपल डिसेबिलिटीज) के शिकार लोगों के सशक्तिकरण के लिए काम कर रहा है।
केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ.वीरेंद्र कुमार इस वर्चुअल सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री सुश्री प्रतिमा भौमिक विशिष्ट अतिथि होंगी। इस सम्मेलन में नेशनल ट्रस्ट से जुड़े पूर्वोत्तर क्षेत्र के सभी पंजीकृत संगठनों तथा अन्य हितधारकों समेतदिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग की सचिव एवं नेशनल ट्रस्ट की अध्यक्ष सुश्री अंजलि भवरा; दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के संयुक्त सचिव एवं नेशनल ट्रस्ट के सीईओ श्री निकुंजा किशोर सुंदरे और दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के डीडीजी श्री किशोर बाबूराव सुरवड़े भी भाग लेंगे।
अपनी तरह का पहला यह सम्मेलन देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ (आजादी का अमृत महोत्सव) के उपलक्ष्य में पूर्वोत्तर क्षेत्र के सात राज्यों के लिए आयोजित किया जा रहा है। इसका उद्देश्य पूर्वोत्तर क्षेत्र में नेशनल ट्रस्टकी योजनाओं और गतिविधियों की संख्या में वृद्धि करना और बौद्धिक एवं विकासात्मक दिव्यांगता के शिकार लोगोंके सशक्तिकरण के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकी के लाभों को साझा करना है।
इस सम्मेलन का मुख्य आकर्षणराष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त वैज्ञानिक एवं आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर (डॉ.) मधुसूदन रावकी एक प्रस्तुति होगी।दिव्यांगजनों के लिए बेहतर पहुंच मुहैया कराने के लिए काम करने वाले प्रोफेसरराव दिव्यांगजनों के लिए उत्पाद विकास से जुड़े अनुसंधान और नवाचार को साझा करेंगे। प्रोफेसर राव दृष्टिबाधित लोगों के सशक्तिकरण में सहायक तकनीक के विकास के लिए जाने जाते हैं। आईआईटी मुंबई के प्रोफेसररवि पूवैया और डॉ. अजंता सेन बोलने संबंधीसमस्याओंके शिकार बच्चों के लिएएक एएसी कम्युनिकेटर- जेलो- को पेश करेंगे। इस सम्मेलन मेंभाग लेने वाले अन्य पैनलिस्टों मेंबैरियर ब्रेक टेक्नोलॉजी से जुड़ी सुश्री शिल्पी कपूर; दिव्यांगलोगों के स्वास्थ्य और उनके हितों के लिए काम करने वाले निपमैन फाउंडेशन के सह-संस्थापक एवं सीईओश्री निपुण मल्होत्रा; असम कृषि विश्वविद्यालय के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. जिनमोनी सैकियाऔर नेशनल ट्रस्ट के बोर्ड सदस्य डॉ. सपम जसोवंत सिंह शामिल हैं।
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