जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित नहीं किया तो हम चीन से आगे निकल जाएंगे। सख्त फैसलों के बाद चीन की आबादी 0.5 प्रतिशत और हमारी 1.02 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है।

बढ़ती जनसंख्या भारत के हर नागरिक के लिए चिंताजनक।
जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित नहीं किया तो हम चीन से आगे निकल जाएंगे। सख्त फैसलों के बाद चीन की आबादी 0.5 प्रतिशत और हमारी 1.02 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है।
अजमेर की शास्त्री नगर विकास समिति ने आयोजित किया संवाद कार्यक्रम।
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8 अगस्त को अजमेर की शास्त्री नगर विकास समिति की ओर से सामुदायिक भवन में जनसंख्या वृद्धि और देश के समक्ष चुनौती विषय पर एक संवाद कार्यक्रम रखा गया। इस संवाद में ब्लॉगर एसपी मित्तल की उपस्थिति मुख्य वक्ता के तौर पर रही, जबकि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के महानगर संघ चालक सुनील दत्त जैन ने अध्यक्षता की। डिप्टी मेयर नीरज जैन विशिष्ट अतिथि रहे। कार्यक्रम के संयोजक आनंद सिंह राजावत ने बताया कि ऐसे ही ज्वलंत मुद्दों पर पूर्व में केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, केन्द्रीय मंत्री रहे शिक्षाविद् महेश शर्मा, सांसद किरीट सौमया आदि भी विकास समिति के निमंत्रण आ चुके हैं। संवाद कार्यक्रम के शुरू में सुभाष शर्मा ने जनसंख्या वृद्धि के आंकड़े रखते हुए बताया कि मौजूदा समय में भारत की जनसंख्या 137 करोड़ है। यदि हमने प्रभावी रोकथाम नहीं की तो 9 वर्ष बाद 2023 में हमारी आबादी चीन से ज्यादा होगी। 2036 में भारत की आबादी 150 करोड़ के पार होगी। चूंकि सख्त फैसले लेकर वृद्धि दर मात्र 0.5 प्रतिशत कर ली है जबकि भारत में वृद्धि दर 1.02 है। इन विस्फोटक आंकड़ों को आगे बढ़ाते हुए ही ब्लॉगर एसपी मित्तल का कहना रहा कि अब समय आ गया है, जब जनसंख्या वृद्धि को रोकने के सख्त उपाय करने चाहिए। इसमें सभी राजनीतिक दलों की भागीदारी हो। दुनिया के अनेक मुस्लिम राष्ट्रों में भी वृद्धि को रोकने के कदम उठाए गए हैं, लेकिन इसे दुर्भाग्यपूर्ण ही कहा जाएगा कि भारत में कई राजनीतिक दल वोट बैंक की राजनीति करते हैं। जनसंख्या वृद्धि पर सरकार को भी प्रभावित करने लगी है। जो लोग बच्चे पैदा होने को धर्म से जोड़ते हैं, उन्हें यह समझना चाहिए कि हमारे पास संसाधन सीमित हैं। आबादी कम होगी तो संसाधनों का लाभ आसानी से मिलेगा। आबादी की विस्फोटक स्थिति को देखते हुए कई राज्यों ने प्रभावी कानून बनाने की पहल की है। ऐसे कानूनों का स्वागत किया जाना चाहिए। भारत में जो लोग ऐसे कानूनों के खिलाफ हैं उन्हें पाकिस्तान और अफगानिस्तान के हालातों से सबक लेना चाहिए। अफगानिस्तान में अब ऐसी ताकतें कब्जा कर रही है जो महिलाओं की स्वतंत्रता के खिलाफ हैं। ऐसे तत्वों का कहना है कि 16 वर्ष से अधिक उम्र की लड़कियां इधर उधर घूमती मिलीं तो उन्हें उठाकर ले जाया जाएगा। गंभीर बात यह है कि ऐसी ताकतों को पाकिस्तान का समर्थन है। भारत में महिलाएं कामयाबी के झंडे गाड़ रही हैं। कुछ लोग बदनीयती से जनसंख्या वृद्धि के समर्थक है, यह देश के लिए घातक हैं। मित्तल ने जनसंख्या वृद्धि से उत्पन्न होने वाली बुराइयों की ओर भी ध्यान आकर्षित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संघ के महानगर संघ चालक सुनील दत्त जैन ने कहा कि 15 अगस्त 2021 को हम आजादी के 75वें वर्ष का जश्न भी मना रहे हैं, लेकिन हमें यह भी याद रखना चाहिए कि 75 वर्ष पहले ही देश का विभाजन हुआ। तब हमारे नेताओं ने कहा कि शांति के लिए विभाजन जरूरी है, लेकिन इसके बाद भी हिंसा हुई और लाखों हिन्दुस्तानियों का कत्लेआम हुआ। आखिर किन लोगों ने हिंदुस्तानियों को मौत के घाट उतारा। आज वहीं ताकतें देश की राजनीति प्रभावित कर रही हैं। कुछ लोग हम दो हमारे दो की नीति को मानते हैं तो कुछ लोग हम पांच हमारे पच्चीस की नीति पर अमल कर रहे हैं। अब समय आ गया है, जब देश में सिविल कोड लागू किया जाए। यदि नागरिकों के लिए एक कानून नहीं बनाया जाता है तो समाज में असमानता बनी रहेगी, जिसका परिणाम सभी को भुगतना पड़ेगा। कार्यक्रम में डिप्टी मेयर नीरज जैन ने कहा कि पश्चिम बंगाल जैसे सीमावर्ती प्रांत में तो बांग्लादेशियों ने भी भारत की नागरिकता ले ली है और इसीलिए अब पश्चिम बंगाल की आबादी तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में देश का नेतृत्व सक्षम हाथों में है, इसलिए देशवासियों की निगाहें जनसंख्या वृद्धि कानून पर लगी हुई है। संवाद कार्यक्रम में उपस्थित बुद्धिजीवियों ने एसपी मित्तल और सुनील दत्त जैन से सवाल भी पूछे। समिति के युवा सदस्य अजय गोयल का कहना था कि कुछ सुविधाएं बंद कर देने से जनसंख्या वृद्धि पर नियंत्रण नहीं लगेगा। दो से अधिक बच्चे वाले पूरे परिवार को मताधिकार से वंचित किया जाना चाहिए। इंडियन नेवी के कमांडर जगदीश राजावत का कहना था कि जनसंख्या वृद्धि की वजह से देश के हालात बिगड़े हुए हैं। सुनील मित्तल और पदमसिंह भाटी ने भी तीखे सवाल रखे। समिति की उपाध्यक्ष्ज्ञ श्रीमती विनीता जैमन और सचिव रोहिल्ला ने बताया कि कोरोना काल की वजह से व्याख्यान और संवाद के कार्यक्रम नहीं हो पा रहे थे, लेकिन आज के कार्यक्रम में बुद्धिजीवियों और जागरूक लोगों की उपस्थिति बतती हैं कि समाज में ज्वलंत मुद्दों पर जागरूकता है। समिति के अध्यक्ष सम्मान सिंह ने सभी अतिथियों एवं उपस्थित बुद्धिजीवियों का आभार प्रकट किया। संवाद कार्यक्रम की और अधिक जानकारी मोबाइल नम्बर 9214591378 पर आनंद सिंह राजावत से ली जा सकती है।