भारत ने 100 गीगावॉट की स्थापित अक्षय ऊर्जा क्षमता का महत्वपूर्ण पड़ाव प्राप्त किया

भारत में कुल स्थापित अक्षय ऊर्जा क्षमता, बड़ी जलविद्युत परियोजनाओं को छोड़कर, 100 गीगावॉट के महत्वपूर्ण पड़ाव को पार गई है। भारत आज स्थापित अक्षय ऊर्जा क्षमता के मामले में विश्व में चौथे स्थान पर, सौर ऊर्जा में पांचवें और पवन ऊर्जा में चौथे स्थान पर है।
अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में भारत ने अपने लिए महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किए हैं, जिन्हें हासिल करने के लिए नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय प्रतिबद्ध है।
जबकि 100 गीगावॉट की क्षमता स्थापित की जा चुकी है, 50 गीगावॉट क्षमता स्थापित करने का काम जारी है, और 27 गीगावॉट के लिए निविदा की प्रक्रिया चल रही है। भारत ने 2030 तक 450 गीगावॉट अक्षय ऊर्जा क्षमता स्थापित करने की अपनी महत्वाकांक्षा को भी बढ़ा दिया है। यदि बड़ी जलविद्युत परियोजनाओं को शामिल कर लिया जाए तो स्थापित अक्षय ऊर्जा क्षमता 146 गीगावॉट बढ़ जाती है।
100 गीगावॉट की स्थापित अक्षय ऊर्जा क्षमता की उपलब्धि, 2030 तक 450 गीगावॉट के अपने लक्ष्य को पाने की दिशा में भारत की यात्रा का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। केंद्रीय ऊर्जा और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री आर. के. सिंह ने इस अवसर पर ट्वीट भी किया।
Another landmark day in the history of the Indian Power Sector. Our installed Renewable Energy capacity (excluding large Hydro) has crossed 1,00,000 Megawatts. Under the visionary leadership of PM @narendramodi ji, we shall continue to be global leaders in Energy Transition.
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एमजी/एएम/आरकेएस/एसएस