श्री धर्मेंद्र प्रधान एनईपी 2020 की कुछ प्रमुख पहलों का शुभारंभ और एनईपी के कार्यान्वयन के एक साल की उपलब्धियों पर एक पुस्तिका का विमोचन करेंगे

राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के कार्यान्वयन के एक वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में, स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग, शिक्षा मंत्रालय ने एनईपी कार्यान्वयन की एक साल की उपलब्धियों पर एक पुस्तिका तैयार की है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान 24 अगस्त, 2021 को दीक्षा आदि के अवसर पर इस पुस्तिका का विमोचन करेंगे।

पुस्तिका के विमोचन के अलावा, शिक्षा मंत्री एनईपी 2020 के तहत कुछ पहलों का भी शुभारंभ करेंगे। इनमें दीक्षा पर निपुन भारत एफएलएन उपकरण और संसाधन शामिल है जो कि निपुन भारत के कार्यान्वयन के लिए राज्यों/केंद्र शासित क्षेत्रों और शिक्षकों की सहायता एवं मार्गदर्शन के लिए दीक्षा के तहत विकसित एफएलएन संसाधनों से जुड़ा एक अलग कार्यक्षेत्र है। इसके अलावा इसमें – वर्चुअल लाइव क्लासरूम और वर्चुअल लैब के माध्यम से एक उन्नत डिजिटल लर्निंग प्लेटफॉर्म प्रदान करने के लिए एनआईओएस का वर्चुअल स्कूल, और एनसीईआरटी का वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर 2021-22 भी शामिल हैं। एनसीईआरटी शैक्षणिक कैलेंडर 2021-22 में पाठ्यक्रम या पाठ्यपुस्तक से लिए गए पाठन परिणामों, विषयों और अध्यायों के संदर्भ में रोचक तथा चुनौतीपूर्ण गतिविधियों की सप्ताह-वार योजना शामिल है।

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केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री प्रधान केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार के साथ मिलकर, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के सहयोग से एनसीईआरटी द्वारा विकसित ‘प्रिया’- एक्सेसिबिलिटी बुकलेट (पुस्तिका) का विमोचन भी करेंगे। इस पुस्तिका का उद्देश्यसमावेशी शिक्षा की दिशा में उठाए गए एक कदम के रूप में बच्चों में उनके प्रारंभिक वर्षों से सुगम्यता की अवधारणा और महत्व को भरना है।

चूंकि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में सभी स्तरों पर संपूर्ण शिक्षा प्रणाली में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन की कल्पना की गई है, स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग ने एनईपी 2020 को एक मिशन मोड पर लागू किया है औरएनईपी के कार्यान्वयन के लिए ‘सार्थक’ नामक एक लचीली, संवादात्मक, सांकेतिक और समावेशीयोजना तैयार की है। विभाग ने इस एक वर्ष में 62 अहम पड़ाव पार किए हैं, जो स्कूली शिक्षा क्षेत्र की तस्वीर बदल देंगे। इनमेंनिपुन भारत मिशन ऑन फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमेरेसी, समग्र शिक्षा योजना को एनईपी 2020 के अनुरूप ढालना, तीन महीने का स्कूल तैयारी मॉड्यूल–‘विद्या प्रवेश’, नेशनल डिजिटल एडुकेशन आर्किटेक्चर (एनडीईएआर) का ब्लू प्रिंट, ‘निष्ठा’ के तहत माध्यमिक शिक्षकों की क्षमता का निर्माण, मूल्यांकन सुधार, ‘दीक्षा’से जुड़ी डिजिटल सामग्रीआदि शामिल हैं।

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कार्यक्रम मेंदिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, स्वायत्त संस्थानों केप्रमुख और सभी राज्यों एवं केंद्र शासित क्षेत्रों के स्कूल शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भाग लेंगे। कार्यक्रम के बाद निपुण भारत मिशन के आगे की राह के विषय पर राज्यों और केंद्र शासित क्षेत्रों, एससीईआरटी के लिए एक कार्यशाला आयोजित की जाएगी।

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