“हम ब्रिटेन, यूएई, जीसीसी देशों, ऑस्ट्रेलिया और यूरोपीय संघ जैसे कई देशों के साथ एफटीए को लेकर अपनी चर्चा पर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं”- श्री गोयल

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण व वस्त्र मंत्री श्री पीयूष गोयल ने जैन अंतरराष्ट्रीय व्यापार संगठन (जेआईटीओ) के मंच से कारोबार व व्यापार समुदाय को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “सरकार भारत को आत्मानिर्भर बनाने की दिशा में काम कर रही है। एक आत्मानिर्भर भारत सभी के साथ जुड़ने की क्षमता और आत्मविश्वास पैदा करने के बारे में है। यह हमारे उद्योग को गुणवत्ता, लागत प्रतिस्पर्धा और नवाचार सहित सभी के साथ संवाद स्थापित करने के लिए सशक्त बनाएगा।”

श्री गोयल ने कहा कि व्यापारी और निर्यातक राष्ट्र के आर्थिक विकास के इंजन को शक्ति प्रदान करने वाले जुड़वां पिस्टन हैं। उन्‍होंने कहा कि नीति निर्माता के रूप में, हम कारोबारी समुदाय के साथ-साथ स्टार्ट-अप की क्षमताओं में दृढ़ता से विश्वास करते हैं, जो अगले 25-30 वर्षों में भारत को वैश्विक स्तर पर शीर्ष अर्थव्यवस्था बना सकता है।

श्री गोयल ने देश के सभी संपत्ति निर्माताओं की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा, “आप लोग हैं, जो गरीब से गरीब व्यक्ति के लिए कई सामाजिक कल्याण पहल करने में सरकार की सहायता करते हैं।” उन्होंने कहा कि कार्यक्रमों की एक श्रृंखला के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस देश के वंचितों, महिलाओं और बच्चों के जीवन को बदल दिया है। वहीं कारोबारी समुदाय ने प्रधानमंत्री की सोच को साकार करने में सहायता की है।

श्री गोयल ने कहा कि सरकार और निजी क्षेत्र के तालमेल ने लोगों में विश्वास पैदा किया है, जो भारत विश्व को दे सकता है, वह कोई अन्य देश नहीं दे सकता। लोगों, निजी क्षेत्र और सरकार के बीच की एक साझेदारी 130 करोड़ भारतीयों के जीवन को बदल रही है।

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श्री गोयल ने कहा, “चाहे व्यापार करने में सुगमता हो या जीवनयापन में आसानी, चाहे वह पारदर्शिता हो या लाभों का हस्तांतरण, पिछले 7 वर्षों में रखी गई एक मजबूत नींव, आज हमें बड़े सपने देखने और अपना भाग्य खुद लिखने के लिए प्रेरित करती है। यह एक नया भारत है जो ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के मंत्र पर बनेगा।”

श्री गोयल ने कहा कि वृद्धि का प्रत्येक मानदंड हम सभी के लिए बेहद रोमांचक भविष्य दिखा रहा है। चाहे वह एफडीआई हो, विदेशी मुद्रा भंडार हो, खाद्यान्न भंडार हो, कृषि उत्पादन हो, विनिर्माण हो, सभी क्षेत्र वृद्धि की राह पर हैं। अब हमें आगे बहुत तेजी से दौड़ने की जरूरत है।

श्री गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सख्त नेतृत्व में हमारा लक्ष्य भारत के प्रत्येक क्षेत्र में बदलाव लाने का है। चाहे व्यापार करने में सुगमता हो या जीवनयापन में आसानी, चाहे वह पारदर्शिता हो या लाभों का हस्तांतरण, पिछले 7 वर्षों में रखी गई एक मजबूत नींव, आज हमें बड़े सपने देखने और अपना भाग्य खुद लिखने के लिए प्रेरित करती है।

श्री गोयल ने कहा कि वृद्धि का प्रत्येक मानदंड हम सभी के लिए बेहद रोमांचक भविष्य दिखा रहा है। चाहे वह एफडीआई हो, विदेशी मुद्रा भंडार हो, खाद्यान्न भंडार हो, कृषि उत्पादन हो, विनिर्माण हो, सभी क्षेत्र वृद्धि की राह पर हैं। अब हमें आगे बहुत तेजी से दौड़ने की जरूरत है।

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मंत्री ने कहा कि हम ब्रिटेन, यूएई, जीसीसी देशों, ऑस्ट्रेलिया और यूरोपीय संघ जैसे कई देशों के साथ एफटीए (मुक्त व्यापार समझौता) को लेकर अपनी चर्चा पर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका निकट भविष्य में 500 अरब डॉलर के व्यापार के लक्ष्य पर सहमत हुए हैं। उन्होंने कहा कि विश्व एक भरोसेमंद साझेदार की खोज में है और वह भागीदार भारत का कारोबारी समुदाय है।

वहीं इस बात को रेखांकित किया जा सकता है कि हाल ही में भारत, अमेरिका को पीछे छोड़कर विश्व का दूसरा सबसे आकर्षक विनिर्माण गंतव्य बनकर उभरा है। यह विश्व का “विनिर्माण केंद्र” बनने के लिए भारत की क्षमता और संकल्प को दिखाता है। उन्होंने आगे कहा कि इसके साथ ही हमें एक “व्यापार केंद्र” यानी ऐसी जगह जहां दुनिया खरीदारी के लिए आती है, भी बनना चाहिए।

श्री गोयल ने कहा कि भारत का सबसे ऊपर होना हमारे कारोबारियों के विश्वास, दृढ़ता और प्रतिभा के समर्थन से होगा। उन्होंने कहा कि आज भारत स्टेबिलिटी (दृढ़ता), प्रोडक्टिविटी (उत्पादकता), रिजिलीअन्स (लचीलापन), इनोवेशन (नवाचार), नेशनलिस्टिक स्प्रिट (राष्ट्रवादी भावना) और टैलेंट (योग्यता) के साथ आगे बढ़ने (स्प्रिंट-एसपीआरआईएनटी) के लिए तैयार है।

मंत्री ने कहा कि उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि जेआईटीओ सीखने, कमाने और बढ़ने के लिए हजारों कारोबारी व उद्यमियों को एक साथ जोड़ने के लिए एक 12-दिवसीय वर्चुअल एक्सपो का आयोजन कर रहा है।

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