एकीकृत नदी तलहटी प्रबंधन में क्षमता निर्माण के लिए नदियों से जुड़े इको सिस्‍टम में जियोस्पैटियल तकनीकी पर केन्द्रित एमओयू पर एनएमसीजी और एसएआईएआरडी के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर

राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) के महानिदेशक श्री राजीव रंजन मिश्रा, राष्ट्रीय शहरी मामलों के संस्थान (एनआईयूए) के निदेशक श्री हितेश वैद्यऔर दक्षिण एशियाई उन्नत अनुसंधान एवं विकास संस्थान (एसएआईएआरडी) के अध्यक्ष डॉ विश्वजीत रॉय चौधरी की उपस्थिती में एनएमसीजी ने एसएआईएआरडी के साथ एक समझौता ज्ञापन (एम ओ यू) पर हस्ताक्षर किए, जिसका उद्देश्य एक शैक्षणिक मंच तैयार करना और अनुसंधान एवं क्षमता निर्माण केंद्र विकसित करना है ताकि पूर्वी क्षेत्रों में विकास गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा सके। एनएमसीजी और एसएआईएआरडी,दोनों एकीकृत नदी तलहटी प्रबंधन में क्षमता निर्माण के लिए नदियों से जुड़े इको सिस्‍टम में जियोस्पैटियल तकनीकी पर काम करेंगे। इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के साथ, एसएआईएआरडी को पूर्वी क्षेत्र में एनएमसीजी के लिए क्षेत्रीय क्षमता निर्माण केंद्र के रूप में माना जाएगा।

यह भी पढ़ें :   सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर तथा सीएसआईआर-आईआईपी ने किसान-उद्योग-वैज्ञानिक बैठक का आयोजन किया

 

जिन क्षेत्रों में साझेदारी की जाएगी वे निम्नलिखित

इसके अतिरिक्त, एनएमसीजी के महानिदेशक की उपस्थिति में एनआईयूए और एसएआईएआरडी के बीच भी एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। एनएमसीजी नदी संवेदनशील मास्टर प्लान और शहरी नदी प्रबंधन योजनाओं को विकसित करने के लिए एनआईयूए के साथ काम कर रहा है। इस सहयोग में एसएआईएआरडी सेंटर फॉर अर्बन एंड बिल्ट एनवायरनमेंट (सीयूबीई), एसएआईएआरडी की ओर से एनआईयूए के साथ काम करने के लिए सभी प्रकार की क्षमता निर्माण गतिविधियों को लागू करने का दायित्व संभालेगा, जिसमें जलवायु अनुकूलन को मुख्यधारा में लाने के लिए उपलब्ध अनुभवों और जानकारियों को संबंधित पक्षों के साथ साझा करना; क्लाइमेट स्मार्ट सिटीज असेसमेंट फ्रेमवर्क के तहत रणनीतियों और कार्य योजना के निर्माण, कार्यान्वयन और प्रदर्शन की निगरानी में मदद मुहैया कराना; शहरों में जलवायु को ध्यान में रखते हुए नई प्रथाओं, डेटा और प्रौद्योगिकी ढांचे का विकास और कार्यान्वयन; और शहरी जलवायु अनुकूल व्यवस्था की दिशा में सहयोगात्मक रूप से काम करना शामिल है।

यह भी पढ़ें :   कृषि उपज में भारी नुकसान को कम करने के लिए सीएसआईआर-सीएमईआरआई कीफसल-पश्‍चात् प्रौद्योगिकियां

***

एमजी /एएम/ डीटी/एसएस