सीएसआईआर-एनएएल द्वारा डिजाइन एवं विकसित हंसा न्यू जेनरेशन (एनजी) विमान ने सफलतापूर्वक अपनी पहली उड़ान भरी

सीएसआईआर की एक घटक प्रयोगशाला सीएसआईआर-नेशनल एयरोस्पेस लेबोरेटरीज (एनएएल), बेंगलूरु द्वारा द्वारा डिजाइन एवं विकसित हंसा न्यू जेनरेशन (एनजी) विमान ने 3 सितंबर 2021 को सफलतापूर्वक अपनी पहली उड़ान भरी। विमान ने 2:09 बजे एचएएल हवाई अड्डे से उड़ान भरी। विमान ने 4,000 फुट की ऊंचाई पर उड़ान भरी और लगभग 20 मिनट के बाद सफल लैंडिंग करने से पहले 80 समुद्री मील की गति प्राप्त की। पहली उड़ान भरने वाले टेस्ट पायलट कैप्टन अमित दहिया ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बताया कि उड़ान के सभी पैरामीटर सामान्य पाए गए और यह टेक्स्ट बुक फ्लाइट है।

 

यह भी पढ़ें :   Rajasthan : खुद बैंगन खाकर दूसरों को न खाने की सीख देने वाली कहावत राजस्थान के स्कूली शिक्षा विभाग पर चरितार्थ हो रही है।

हंसा-एनजी की अनोखी विशेषताओं में आरामदायक केबिन के साथ ग्लास कॉकपिट, डिजिटल तौर पर नियंत्रित अत्यधिक कुशल इंजन, विद्युत संचालित फ्लैप, लॉग एंड्यूरेंस, लो एक्विजेंशन और कम परिचालन लागत शामिल हैं। इस विमान के लिए सीएसआईआर-एनएएल को विभिन्न फ्लाइंग क्लबों से पहले ही 72 आशय पत्र मिल चुके हैं। सेवा में शामिल किए जाने से पहले अगले 4 महीनों के भीतर इस विमान को प्रमाणित किया जाएगा। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए), सेंटर फॉर मिलिट्री एयरवर्दीनेस एंड सर्टिफिकेशन (सीईएमआईएलएसी) और सीएसआईआर-एनएएल के वरिष्ठ अधिकारियों एवं वैज्ञानिकों/ इंजीनियरों द्वारा टेलीमेट्री में उड़ान की निगरानी की गई।

सीएसआईआर के महानिदेशक एवं डीएसआईआर के सचिव डॉ. शेखर सी. मांडे ने टीम एनएएल को बधाई देते हुए कहा कि यह उड़ान का एक सफल पड़ाव है जो एएसटीई के समर्थन से सीएसआईआर-एनएएल की डिजाइन टीम, फ्लाइट टेस्ट क्रू और डीजीसीए के प्रयासों का नतीजा है। उन्होंने आगे कहा कि सीएसआईआर-एनएएल ने पहले ही एक निजी भागीदार की पहचान कर ली है और इस श्रृंखला का उत्पादन जल्द ही शुरू हो जाएगा। उन्होंने हंसा के परियोजना निदेशक श्री अब्बानी रिंकू और टीम एनएएल के अथक प्रयासों की सराहना की जिसके कारण यह संभव हो सका है।

यह भी पढ़ें :   प्रधानमंत्री 16 और 17 जून को धर्मशाला में मुख्य सचिवों के पहले राष्ट्रीय सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे

 

 

एमजी/एएम/एसकेसी