यूथ को:लैब इंडिया 2021 के लिए आवेदन आमंत्रित

यूथ को:लैब इंडिया 2021 पूर्ण अर्थव्यवस्था (पर्यावरण नुकसान, कचरा और प्रदूषण जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने वाली अर्थव्यवस्था), सतत परिवहन, सतत पर्यटन और सतत खाद्य तकनीक के प्रमुख क्षेत्रों में 18 से 29 वर्ष आयु वर्ग के युवा नवाचारकर्ताओं और उद्यमियों से आवेदन आमंत्रित कर रहा है। आवेदनों को भेजने की अंतिम तिथि 22 सितंबर 2021 है। आवेदनों, अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों, थीम इत्यादि के बारे में अधिक जानकारी यहां पर देखी जा सकती है।

क्षेत्र की सर्वाधिक दबावकारी चुनौतियों से निपटने के लिए यूथ को:लैब युवाओं को पहली पंक्ति और केंद्र में रखता है। इसे संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम और सिटी फाउंडेशन ने संयुक्त रूप से बनाया है। इसका उद्देश्य एशिया-प्रशांत क्षेत्र में राष्ट्रों के लिए युवाओं को सशक्त बनाने और उनमें निवेश करने के लिए एक साझा कार्यक्रम तय करना है, ताकि वे नेतृत्व, सामाजिक नवाचारों और उद्यमशीलता के माध्यम से सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के कार्यान्वयन में तेजी ला सकें। इसे संपूर्ण एशिया प्रशांत के 25 देशों और क्षेत्रों में लागू किया जा रहा है।

भारत में, यूथ को:लैब को यूएनडीपी की ओर से 2019 में अटल इनोवेशन मिशन और नीति आयोग के साथ मिलकर शुरू किया गया है। तब से, संयुक्त रूप से यूथ को: लैब के तीन संस्करण लागू किए जा चुके हैं, जिसमें युवा सामाजिक नवाचार चुनौतियां, सहायक उद्यमों और युवा केंद्रित संवाद शामिल हैं।

आसन्न जलवायु संकट और इसके प्रतिकूल प्रभावों को जानते हुए, यूएनडीपी और अटल इनोवेशन मिशन यूथ को:लैब के माध्यम से एक साथ आए हैं, ताकि युवा नवाचारकर्ताओं से परिवर्तनकारी और प्रभावी समाधानों के साथ जलवायु संबंधी गतिविधियों का दायित्व संभालने की अपील की जा सके।

जलवायु संबंधी गतिविधियों के लिए युवाओं के नेतृत्व वाले नवाचारों पर चर्चा के दौरान अपने मुख्य भाषण में अटल इनोवेशन मिशन के एमडी डॉ. चिंतन वैष्णव ने कहा, “जलवायु संकट युवाओं के सामने मौजूद सबसे महत्वपूर्ण पीढ़ीगत चुनौती है और शुक्र है, वे इसके समाधान के लिए सबसे उपयुक्त हैं, क्योंकि वे संभावनाओं से शुरुआत करते हैं, न कि बाधाओं से। इतिहास ने बार-बार दिखाया है कि उद्यमशीलता की भावना वाले लोगों ने ही व्यापक अवसरों का लाभ उठाया था। मैं अपने सभी युवा नवाचारकर्ताओं और उद्यमियों को अपनी रचनात्मकता प्रदर्शित करने और यूथ को:लैब के माध्यम से अपने समाधानों को विकसित करने के इस अद्वितीय अवसर में शामिल होने के लिए आमंत्रित करता हूं।”

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श्री अमित कुमार, प्रमुख, समावेशी विकास, यूएनडीपी इंडिया ने यह कहा, “वास्तव में, आज के युवा, विशेष रूप से जलवायु संबंधी गतिविधियों में, परिवर्तन ला रहे हैं। जलवायु परिवर्तन यहां मौजूद है और समय के साथ इसके प्रभाव ज्यादा विपरीत और तेज होने का अनुमान किया गया है। हमने देखा है कि कैसे युवा अब निष्क्रिय या केवल विकास का लाभार्थी नहीं है, बल्कि उन्नति का नेतृत्व करने वाला है। वे मुखर, सहयोगी और सबसे महत्वपूर्ण कि वे नवाचार करने वाले, नए परिवर्तनकारी समाधानों को लाने वाले हैं। यूथ को:लैब के माध्यम से, यूएनडीपी और एआईएम ने भारत में जलवायु संकट से निपटने के लिए काम करने वाले ऐसे ही युवा नवाचारकर्ताओं की पहचान करने, उन्हें प्रोत्साहित करने और मदद करने के लिए हाथ मिलाया है।”

आने वाले आवेदनों में से, 40 सर्वश्रेष्ठ टीमों को विचार, व्यावसायिक व्यवहार्यता, स्थिरता और मापनीयता में नवाचार के आधार पर चुना जाएगा, जो क्लाइमेट कलेक्टिव और केरल स्टार्टअप मिशन के साथ साझेदारी में लागू तीन महीने के नेशनल स्प्रिंगबोर्ड प्रोग्राम में भाग लेंगे। इन टीमों को परामर्श, प्रशिक्षण और नेटवर्किंग संबंधी सहायता दी जाएगी। यह पहल एक हितधारकों के गठबंधन और राष्ट्रीय नवाचार चुनौती व संवाद के रूप में युवा स्टार्टअप्स की मदद करने के लिए जलवायु और युवा उद्यमिता पर प्रमुख साझेदारों को भी जोड़ेगी। रीजनल स्प्रिंगबोर्ड प्रोग्राम के साथ-साथ यूथ को:लैब रीजनल समिट 2022 में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए नेशनल इनोवेशन चैलेंज दो सर्वश्रेष्ठ टीमों का भी चुनाव करेगा।

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कृपया 2021 के शिखर सम्मेलन और विजेता के बारे में अधिक जानकारी के लिए https://www.youthcolab.org/2021-summit को देखें। हैशटैग #YouthColabIndia, #AimToInnovate,  @NITIAayog, @UNDP_India और @YouthCoLab का इस्तेमाल करते हुए सोशल मीडिया पर ऑनलाइन चर्चा को फॉलो करें।

एआईएम

देश में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए अटल इनोवेशन मिशन, नेशनल इंस्टीट्यूशन फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया (नीति) आयोग द्वारा शुरू की गई एक प्रमुख पहल है। इसका उद्देश्य देश भर में स्कूलों, विश्वविद्यालयों, शोध संस्थानों, एमएसएमई और उद्योगों के स्तरों पर विचारों को नवाचारों और प्रभावशाली समाधानों में बदलने के लिए एक अनुकूल वातावरण तैयार करना है। कृपया अधिक जानकारी के लिए https://aim.gov.in/ देखें।

यूएनडीपी इंडिया

यूएनडीपी 170 देशों और क्षेत्रों में पृथ्वी की रक्षा करते हुए गरीबी उन्मूलन के लिए काम करता है। हम सशक्त नीतियों, कुशलताओं, साझेदारियों और संस्थानों के विकास में राष्ट्रों की मदद करते हैं ताकि वे अपनी प्रगति को बनाए रख सकें। यूएनडीपी ने 1951 से भारत में मानव विकास के लगभग सभी क्षेत्रों में काम किया है, जिसमें प्रणालियों में सुधार से लेकर समावेशी विकास और सतत आजीविका, साथ ही साथ सतत ऊर्जा, पर्यावरण और लचीलापन जैसे क्षेत्र शामिल हैं। यूएनडीपी के कार्यक्रम भारत की राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के साथ उत्प्रेरकीय बदलावों के वैश्विक दृष्टिकोण का एकीकरण जारी रखे हुए हैं। लगभग प्रत्येक राज्यों में 30 से अधिक परियोजनाओं के साथ, आज, यह सतत विकास लक्ष्यों को पाने के लिए पारंपरिक मॉडल को अलग तरीके से विकास करने के लिए परिवर्तित करता है।

कृपया अधिक जानकारी के लिए https://www.in.undp.org/ देखें।

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