रक्षा मंत्री ने मिलिट्री इंजीनियर सर्विसेज (एमईएस) के लिए वेब आधारित परियोजना निगरानी पोर्टल लॉन्च किया

रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने आज (20 अक्‍टूबर, 2021)नई दिल्ली मेंमिलिट्री इंजीनियर सर्विसेज (एमईएस) के लिए वेब आधारित परियोजना निगरानी पोर्टल (डब्ल्यूबीपीएमपी) लॉन्च किया। इस पोर्टल की अवधारणा केंद्र सरकार के डिजिटल इंडिया मिशन के अनुसार की गई है। इसे भास्कराचार्य नेशनल इंस्टीट्यूड फोर स्पेस एप्लीकेशन्स एंड जिओ-इंफोर्मेटिक्स (बीआईएसएजी-जी) द्वारा विकसित किया गया है।

लॉन्च किया गया यह नया एकीकृत पोर्टल एमईएस द्वारा लागू की जाने वाली पहली परियोजना प्रबंधन-शासन प्रणाली है। यह पोर्टल परियोजनाओं की शुरुआत से लेकर उसके पूरा होने तक की वास्तविक समयावधि की निगरानी करने में सक्षम होगा। न केवल एमईएस के हितधारक बल्कि सशस्त्र बलों के उपयोगकर्ता भी परियोजना की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यह इस संगठन के वैज्ञानिक प्रबंधन के लिए एमईएस की अनेक पहलों में से एक है।

यह भी पढ़ें :   केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज लोक सभा में दिल्ली नगर निगम (संशोधन) विधेयक, 2022 पर चर्चा का जवाब दिया

रक्षा मंत्री ने इस पहल की सराहना की, जिसके एमईएस परियोजनाओं की निगरानी करने में अनेक लाभ हैं। उन्होंने डिजिटल होने के लिए बधाई भी दी।

डिजिटल इंडिया मिशन को आगे बढ़ाते हुए, एमईएस नौ अन्य ई-गवर्नेंस अनुप्रयोगों को लागू करने की प्रक्रिया में है। उसका यह प्रयास सेना के लिए बुनियादी ढांचा विकास के लिए उत्पादकता बढ़ाने, पारदर्शिता स्थापित करने और दक्षता में सुधार लाने की दिशा में बढ़ाया गया कदम है। इन अनुप्रयोगों में उत्पाद अनुमोदन पोर्टल, एडब्ल्यूएमपी जांच और स्थिति अनुप्रयोग, ई-मिजरमेंट बुक, बजट प्रबंधन पोर्टल, कार्य अनुमान अनुप्रयोग, बिलिंग एवं निर्माण लेखा प्रबंधन, कैशबुक प्रबंधन एवं लेखा प्रणाली, ठेकेदार एवं सलाहकार सूची पोर्टल एवं ई-डेविएशन शामिल हैं। इन अनुप्रयोगों का इस साल के अंत तक विकसित होने तथा अगले साल के मध्य तक एकलउद्यम संसाधन योजना (ईआरपी) में शामिल होने की उम्मीद है।

यह भी पढ़ें :   प्रधानमंत्री ने सबसे भारी वाहन एलवीएम3 के सफल प्रक्षेपण पर एनएसआईएल, इन-स्पेस और इसरो को बधाई दी

एमईएस ने बहु-मंजले आवासों के निर्माण, अत्याधुनिकमल्टी-स्पेशियलिटी अस्पतालों के निर्माण, अनेक रन-वे बुनियादी ढांचे का प्रावधान, विशेष समुद्री संरचनाओं के निर्माण, जल तथा सीवेज उपचार संयंत्र जैसीकेंद्रीय इंजीनियरिंग सेवाओं से संबंधित अपनी परियोजनाओं में अत्याधुनिक तकनीकों को अपनाया है।

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ और सैन्य मामलों के विभाग के सचिव जनरल बिपिन रावत, थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज एम. नरवणे, वायु सेना प्रमुख एयर मार्शल विवेक राम चौधरी, रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार, चेयरमैनचीफ ऑफ स्टाफ कमिटी केचीफ ऑफ इंटीग्रेटेड डिफेंस मार्शल बी.आर. कृष्णा, वाइस चीफ ऑफ नेवल स्टाफ वाइस एडमिरल सतीश नामदेव घोरमाडे, ई-इन-सी ऑफएमईएस लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह और भारतीय तटरक्षक बल के महानिदेशक कृष्णास्वामी नटराजन भी डब्ल्यूबीपीएमपी के लॉन्चिंग समारोह में उपस्थित थे।

****

एमजी/एएम/आईपीएस/डीके