तेलंगाना में भद्राचलम को आईआरसीटीसी की रामायण सर्किट रेलगाड़ी में एक गंतव्य के रूप में जोड़ा गया

केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी ने आईआरसीटीसी की तीर्थयात्री विशेष रेलगाड़ी के रामायण सर्किट में भद्राचलम को एक गंतव्य के रूप में शामिल करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया है।

On my request to Hon Minister for @RailMinIndia Shri @AshwiniVaishnaw, #Bhadrachalam in #Telangana will now be included in the route of Pilgrim Special Train in Ramayana Circuit.Bhadrachalam is home to Lord Sree Sita Ramachandra Swamy temple.#RamayanaCircuit @IRCTCofficial pic.twitter.com/T2MZ6q69Xx

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से भद्राचलम को एक गंतव्य के रूप में स्वीकार करने के मेरे अनुरोध पर, रेल मंत्री को इस अनुरोध पर अनुकूल रूप से विचार करने का निर्देश दिया।”

श्री जी. किशन रेड्डी ने कहा, “दुनिया भर में तेलुगु भाषी लोगों, विशेष रूप से तेलंगाना राज्य के लोगों ने आईआरसीटीसी की रामायण सर्किट रेलगाड़ी में भद्राचलम को एक गंतव्य के रूप में जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री के प्रति अपनी खुशी और आभार व्यक्त किया है।”

यह भी पढ़ें :   12वीं पास GNM कोर्स को लेकर बड़ी खबर

उन्होंने कहा, “भगवान राम का सामान्य रूप से तेलुगु भाषी लोगों और विशेष रूप से तेलंगाना राज्य के लोगों के दिल में एक विशेष स्थान है। भगवान राम के भक्तों का मानना है कि देवी सीता और लक्ष्मण के साथ भगवान राम ने अपने वनवास के करीब 10 साल पंचवटी में बिताए थे जो कि आधुनिक समय में भद्राचलम के आसपास के क्षेत्र में स्थित है। अयोध्या के साथ तेलंगाना में भद्राचलम, परनाशाला, जटायुपाका, दुम्मुगुडेम और गुनाडाला राम के जीवन में बहुत महत्वपूर्ण हैं।”

श्री जी. किशन रेड्डी ने रामायण सर्किट रेलगाड़ी के सफल शुभारंभ के लिए रेल मंत्रालय और आईआरसीटीसी को बधाई दी है। यह रेलगाड़ी नई दिल्ली से रामेश्वरम के लिए शुरू होगी और भगवान श्री राम के जीवनकाल से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण स्थानों पर रुकेगी।

यह भी पढ़ें :   श्री अर्जुन राम मेघवाल ने आज 'स्‍वतंत्रता की वीरगाथा-ज्ञात और कम-ज्ञात संग्राम' प्रदर्शनी का उद्घाटन किया

 

उन्होंने कहा कि भद्राचलम का सीतारामस्वामी मंदिर पूरी दुनिया में जाना जाता है। रामुलावरी मंदिर के पूजा स्थल का इतिहास, सर्वविदित है। उगादी से पहले रामनवमी तक इस मंदिर में आयोजित त्योहार बहुत लोकप्रिय हैं और सीता राम कल्याणम एक आनंदमयी घटना है।

चूंकि रामायण यात्रा रेलगाड़ी का उद्देश्य भगवान राम की उनके जीवनकाल में यात्रा के सभी महत्वपूर्ण स्थानों को जोड़ना है, इसलिए भद्राचलम रोड स्टेशन (कोठागुडेम स्टेशन) को शामिल करने से रामायण सर्किट पूरा हो जाएगा।

*****

एमजी/एएम/एमकेएस/डीवी