डीआरआई ने मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 3.7 करोड़ रुपये की

 

ऑपरेशन चेक शर्ट्स के तहत, डेटा एनालिटिक्स का उपयोग करते हुए, राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने भारत के बाहर विदेशी मुद्रा की तस्करी करने के इरादे से दो यात्रियों पर विशिष्ट खुफिया जानकारी प्राप्त की। डीआरआई अधिकारियों ने इन दोनों यात्रियों को 26 नवंबर, 2021 की सुबह मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रोका। वे शारजाह की यात्रा करने वाले थे। उनके सामान की जांच के दौरान अमरीकी डॉलर और सऊदी दिरहम के रूप में 3.7 करोड़ रुपये मूल्य की विदेशी मुद्रा प्राप्त हुई।

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विदेशी मुद्रा को कैरी-ऑन लगेज के निचले हिस्से में धूर्तता से डिज़ाइन किए गए स्थान में छुपा कर रखा गया था। छुपाने के तरीके से साधारण बैगेज के स्कैन में इसका पता लगाना मुश्किल होता।

पकड़े गए दो यात्रियों के पास उक्त विदेशी मुद्रा के अवैध कब्जे या वैधानिक निर्यात के लिए कोई दस्तावेज नहीं था। इन यात्रियों से बरामद विदेशी मुद्रा को सीमा शुल्क अधिनियम, 1962 की धारा 110 के तहत जब्त कर लिया गया है। मामले में आगे की जांच जारी है।

विदेशी मुद्रा का अवैध निर्यात करना सीमा शुल्क अधिनियम के संदर्भ में “तस्करी” के अलावा, गैरकानूनी और आपराधिक गतिविधियों द्वारा अवैध आय का एक साधन है। इसके अलावा, यह राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी एक गंभीर खतरा है।

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डीआरआई भारत में और देश के बाहर विदेशी मुद्रा, सोना, नशीले पदार्थों और अन्य प्रतिबंधित सामानों की तस्करी को रोकने के लिए सक्रिय सतर्कता और संचालन संबंधी तत्परता रखता है। पिछले डेढ़ महीने में किसी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर बड़ी विदेशी मुद्रा जब्ती का यह चौथा ऐसा मामला है।

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एमजी/ एएम/ एसकेएस