“उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य हासिल न हो जाए” युवाओं के लिए यह स्वर्णिम नियम होना चाहिए: श्री अनुराग ठाकुर

पुडुचेरी की उपराज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सुंदरराजन और केन्द्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने आज 25वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव 2022 के समापन समारोह को संबोधित किया। युवा कार्यक्रम और खेल राज्य मंत्री श्री निसिथ प्रामाणिक; पुडुचेरी के शिक्षा और युवा कार्यक्रम मंत्री श्री ए. नमस्सिवयम; युवा कार्यक्रम विभाग की सचिव श्रीमती उषा शर्मा और युवा कार्यक्रम विभाग के संयुक्त सचिव श्री नितेश कुमार मिश्र भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

अपने संबोधन में, श्री अनुराग ठाकुर ने राष्ट्रीय युवा महोत्सव 2022 के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया। मंत्री महोदय ने कहा कि लाखों युवा भारतीय प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में शामिल हुए और भारत को स्वतंत्रता के 75वें वर्ष से इसके 100वें वर्ष तक आगे ले जाने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि इन दो दिनों में आयोजित किए गए सभी सत्रों ने देश के युवाओं को प्रेरित करने में काफी सहायता प्रदान की। पद्म श्री पुरस्कार विजेता श्रीमती तुलसी गौड़ा सहित जीवन के विभिन्न क्षेत्रों से प्रख्यात हस्तियों को युवाओं को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया गया था। श्री ठाकुर ने कहा कि इस तरह की उपलब्धि हासिल करने वालों की पहले कभी पहचान नहीं की गई लेकिन अब राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को मान्यता देते हुए उन्हें सम्मान दिया गया है।

श्री ठाकुर ने कहा कि युवा महोत्सव को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है क्योंकि देश भर से हजारों प्रश्न प्राप्त हुए हैं और इन प्रश्नों को वक्ताओं के साथ साझा किया जाना चाहिए ताकि युवाओं को उनकी प्रतिक्रिया मिल सके। अराकू वैली कॉफी की खेती का उदाहरण देते हुए श्री अनुराग ठाकुर ने युवाओं में रोजगार सृजन और देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जैविक खेती के महत्व पर प्रकाश डाला। पेटीएम और बाईजूस जैसे स्टार्ट-अप इस संदर्भ में प्रेरक उदाहरण हैं कि कैसे युवा सफलता के नए क्षेत्रों का पता लगा सकते हैं।

श्री ठाकुर ने युवाओं से राष्ट्रीय युवा महोत्सव सत्रों में सीखे गए सभी कौशलों का अपने दैनिक जीवन में उपयोग करने का आह्वान किया। उन्होंने युवाओं से प्रधानमंत्री के इस आह्वान को आगे बढ़ाने का आग्रह किया कि आपदा में भी हमें अवसरों की तलाश करनी चाहिए। उदाहरण के लिए, महामारी को केवल एक आपदा ही नहीं माना जाना चाहिए, बल्कि इसने हमें पीपीई किट और टीकों में आत्मनिर्भर बनने का अवसर दिया और यह सब तभी प्राप्त किया जा सकता है जब हम अपनी क्षमता का मूल्यांकन करते हुए एक साथ कार्य करें। श्री अनुराग ठाकुर ने दोहराया कि युवा किसी भी क्षेत्र का चयन करते हुए यह देखें कि वे अगले 25 वर्षों में उसमें क्या परिवर्तन देखना चाहते हैं और उन परिवर्तनों को लाने की दिशा में कार्य करें।

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अपने संबोधन के समापन पर, स्वामी विवेकानंद के शब्दों का स्मरण करते हुए, मंत्री महोदय ने कहा “उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य अर्जित न हो जाए” युवाओं के लिए यह स्वर्णिम नियम होना चाहिए।

अपने संबोधन में, पुडुचेरी की उपराज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सुंदरराजन ने कहा कि पुडुचेरी को राष्ट्रीय युवा महोत्सव 2022 की मेजबानी करने का सौभाग्य मिला है। महामारी की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए यह दो दिवसीय उत्सव अपनी तरह का एक विशेष आयोजन रहा है जिसमें प्रतिभाओं को वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर एक साथ लाया गया है। डॉ. तमिलिसाई सुंदरराजन ने कहा कि युवा राष्ट्र की नींव हैं और राष्ट्र तभी आगे बढ़ सकता है जब नींव मजबूत हो। उन्होंने कहा कि युवाओं ने स्वच्छ भारत मिशन जैसे विभिन्न सरकारी कार्यक्रमों की सफलता में योगदान दिया है, जो एक सामाजिक क्रांति से कम नहीं है। श्रीमती सुंदरराजन ने सरकार के कौशल भारत कार्यक्रम की सराहना करते हुए, प्रधानमंत्री के कथन ‘प्रतिस्पर्धा और जीत’ का उदाहरण दिया और युवाओं से अपने कौशल में और सुधार लाने का आग्रह किया। उन्होंने दोहराया कि युवाओं को रोज़गार तलाशने वाले की बजाय रोज़गार देने वाला बनने का प्रयास करना चाहिए और आशा व्यक्त की कि युवा महोत्सव में भागीदारी उनके जीवन में एक नया मार्ग प्रशस्त करेगी।

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अपने संबोधन के दौरान, श्री निसिथ प्रामाणिक ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के विचार युवाओं के लिए प्रेरणा हैं। इस बार राष्ट्रीय युवा महोत्सव कई मायनों में विशेष रहा है क्योंकि इसे अंतिम समय में कोविड के कारण वर्चुअल तरीके से आयोजित किया गया था, इसके बावजूद भी इस आयोजन को अपार सफलता मिली। उन्होंने कहा कि इससे यह स्पष्ट है कि यदि युवा कुछ ठान लें तो उन्हें सफलता अवश्य ही मिल सकती है। श्री प्रामाणिक ने युवाओं से नई तकनीक अपनाने की अपील करते हुए कहा कि उन्हें देश के इतिहास और संस्कृति को भूले बिना राष्ट्र निर्माण में योगदान देना चाहिए।

वर्चुअल राष्ट्रीय युवा महोत्सव 2022 का उद्घाटन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 12 जनवरी, 2022 को मेजबान केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी के सहयोग से किया था। कोविड-19 महामारी को ध्यान में रखते हुए, यह उत्सव एक ऐतिहासिक आयोजन रहा है, जिसे भारत के विभिन्न दूर-दराज के स्थलों से युवाओं की भागीदारी और उनके साझा अनुभव के साथ वर्चुअल रूप में आयोजित किया गया। नवीन भारत के निर्माण और युवा शक्ति का दोहन करने की प्रधानमंत्री की परिकल्पना को साकार रूप देने के लिए इस दो दिवसीय उत्सव का आयोजन किया गया था। शिखर सम्मेलन में पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन नेतृत्व, तकनीक, नवाचार और उद्यमिता, स्वदेशी और प्राचीन ज्ञान एवं राष्ट्रीय चरित्र, राष्ट्र निर्माण और स्वदेशी बुद्धिमता जैसे समकालीन विषयों को शामिल किया गया।

शिखर सम्मेलन में अनेक प्रख्यात व्यक्तित्वों ने भागादारी की। इनमें संरक्षणवादी हंस दलाल, रणदीप हुड्डा, इतिहासकारों के तौर पर संजीव सान्याल और स्वामी विवेकानंद पर जीवनी लिखने वाले हिंडोल सेनगुप्ता, विकास अर्थशास्त्री से किसान बने मनोज कुमार और पेटीएम के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, विजय शेखर शर्मा और युवा दर्शकों में ब्रांड न्यू इंडिया के सिद्धांतों और मूलभूत सिद्धांतों को लाने के लिए वैदिक ज्ञान पर गहन शोध करने वाले श्री दुष्यंत श्रीधर जैसे गणमान्य शामिल थे।

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