कोटा मंडल में खतरे में दौड़ रही ट्रेनें, नहीं हो रही इंजनों की जांच

कोटा मंडल में खतरे में दौड़ रही ट्रेनें, नहीं हो रही इंजनों की जांच
कोटा। न्यूज़. कोटा रेल मंडल में ट्रेनें खतरे में दौड़ रही हैं। आदेश के बाद भी कोटा में इंजनों की जांच नहीं हो रही है। इसके लिए अधिकारियों द्वारा स्टाफ की कमी का बहाना बनाया जा रहा है। इंजनों की जांच नहीं होने से ट्रेन दुर्घटना का अंदेशा बना हुआ है। जबकि अन्य मंडलों के रतलाम आदि स्टेशनों पर नियमित रूप से यह जांच हो रही है।
उल्लेखनीय है कि 14 जनवरी को पश्चिम बंगाल स्थित जलपाईगुड़ी के पास बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस की 12 बोगियां पटरी से उतर गई थीं। इस हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 45 लोग घायल हो गए थे।
जांच में इस घटना का कारण इंजन की ट्रेक्शन मोटर गिरना सामने आया था। ट्रेक्शन मोटर गिरने से इंजन बेपटरी हो गया और ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
इस घटना के बाद रेल मंत्रालय ने सभी मंडलों को इंजनों की विशेष जांच के आदेश दिए थे। कोटा मंडल में इस आदेश की अनदेखी की जा रही है। इससे यात्रियों की जान को खतरा बना हुआ है।
ढाई सौ गाड़ियां चलती है रोजाना
गौरतलब है कि पूरे कोटा मंडल के विभिन्न रूटों पर में रोजाना करीब ढाई सौ गाड़ियों का संचालन होता है। एक भी गाड़ी के इंजन की जांच नहीं हो रही।