एनएफआरए डोमेन के तहत 31 मार्च, 2021तक कंपनियों और उनके लेखा परीक्षकों का अनंतिम डेटाबेस

अपने उत्तरदायित्व का निर्वहन करने के लिए, राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण (एनएफआरए) ने कंपनियों और लेखा परीक्षकों का एक डेटाबेस बनाया, जो एनएफआरए के नियामक दायरे में आते हैं। एनएफआरए ने उक्त डेटाबेस को 31.03.21 तक अद्यतन किया है। इसमें 5,563 सूचीबद्ध कंपनियों, 1,156 गैर-सूचीबद्ध कंपनियों और 101 बीमा और बैंकिंग कंपनियों समेत कुल 6,820 कंपनियां शामिल हैं। ऐसी संस्थाओं के 2,079 लेखा परीक्षकों का विवरण भी डेटाबेस में शामिल किया गया है।

यह भी पढ़ें :   उपराष्ट्रपति ने आज दोपहर के भोजन पर राष्ट्रपति कोविंद की मेजबानी की

इस डेटाबेस के निर्माण में विभिन्न स्रोतों से प्राथमिक डेटा स्रोत की पहचान और सत्यापन तथा डेटा का मिलान (जैसे कॉर्पोरेट पहचान संख्या (सीआईएन), जो कार्यशील (डायनामिक) होता है) जैसे कार्य शामिल हैं। इस संबंध में, एनएफआरए, कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय (एमसीए) के कॉरपोरेट डेटा प्रबंधन (सीडीएम) प्रभाग और भारत के तीन मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों से सहयोग प्राप्त करता है।

डेटाबेस https://www.nfra.gov.in/nfra_domain पर उपलब्ध है।

यह भी पढ़ें :   झारखंड में भगवान बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान सह स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय के उद्घाटन के अवसर पर प्रधानमंत्री के संबोधन का मूल पाठ

 

एनएफआरए के बारे में

राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण (एनएफआरए) कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 132 के तहत गठित एक नियामक निकाय है, जो एनएफआरए नियम 2018 के नियम 3 में उल्लिखित सार्वजनिक हित संस्थाओं (पीआईई) व उनके वैधानिकलेखा परीक्षकों द्वारा लेखा तथा लेखा-परीक्षण मानकों के किये जा रहे अनुपालन की निगरानी करता है। ऐसे पीआईई में सभी सूचीबद्ध कंपनियां और बड़ी सार्वजनिक गैर-सूचीबद्ध कंपनियां शामिल हैं।

****

एमजी/एएम/जेके/सीएस