एक बैरल कच्चा तेल 116 डॉलर तक पहुंचा। नेचुरल गैस भी महंगी।

तेल और गैस महंगा:
यूक्रेन पर रूस की सैन्य कार्यवाही के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल और नेचुरल गैस महंगी हो गई है। 3 मार्च को एक बैरल कच्चे तेल की कीमत 116 डॉलर रही। 26 फरवरी को जब सैन्य कार्यवाही शुरू हुई थी, तब बाजार में एक बैरल कच्चे तेल की कीमत 92 डॉलर थी। यानी 8 दिनों में 25 डॉलर की वृद्धि हुई है। इससे पहले युद्ध की आशंका को देखते हुए भी कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि होना शुरू हो गया था। रूस और यूक्रेन में कच्चे तेल और नेचुरल गैस के बड़े भंडार हैं। सैन्य कार्यवाही के बाद पश्चिम के अनेक देशों में रूस से गैस और तेल खरीदने पर पाबंदी लगा दी है। यही वजह है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल और गैस की कीमतें लगातार बढ़ रही है। लेकिन रूस को इन पाबंदियों की कोई परवाह नहीं है। क्योंकि दुनिया के कई देश अभी भी रूस से तेल और गैस खरीदने को तैयार है। कीमतें बढ़ने से रूस का मुनाफा भी बढ़ेगा।