Rajasthan : राजस्थानी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करवाने की रखी मांग |

Rajasthan : पीएम मोदी को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष पूनिया ने

लिखा पत्र, राजस्थानी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल

करवाने की रखी मांग।

पांच राज्यों के विधानसभाओं के चुनाव परिणामों के बाद खुशी को जाहिर करते हुए और जनमत का सम्मान करते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ.सतीश पूनिया नें भाजपा प्रदेश कार्यालय में बधाई कार्यक्रम का आयोजन किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित सभी निर्वाचित सदस्यों को बधाई प्रेषित की। डॉ. पूनिया ने इस मौके पर उन्होंने पीएम मोदी को एक पत्र लिखकर राजस्थानी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करवाने के लिए 7 करोड़ राजस्थानियों की भाषा के मान सम्मान बात कही है।

डॉ. पूनिया के इस कदम से लगता है राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारी शुरु कर दी है। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी सीएम अशोक गहलोत को पत्र लिखकर राजस्थानी भाषा को राजभाषा बनाए जाने की मांग कर चुकी है। सीएम गहलोत ताजा चुनाव परिणामों को ध्यान में रखते हुए शीघ्र ही राजस्थानी को प्रदेश की राजभाषा बनाने का निर्णय लेना चाहिए। राजस्थानी को राजभाषा बनाने का मुद्दा आजकल सरकार के गले की फांस बना हुआ है। पक्ष और विपक्ष के लगभग 156 विधायकों ने इस बारे में सीएम गहलोत को पहले ही पत्र लिखकर भेज दिया है। वर्तमान विधानसभा सत्र में भी बीस से अधिक विधायकों ने सदन में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव रखा था। चर्चा के दौरान भी खुशवीरसिंह जोजावर, बलवान पूनिया, जोगेश्वर गर्ग आदि ने राजस्थानी भाषा की मांग पुरजोर तरीके से रखी थी। प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव राजस्थानी भाषा के मुद्दे को चुनावी एजेंडा बनाया जा सकता है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष द्वारा लिखित पत्र से इस बात की पुष्टी होती है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ.पूनिया के इस कदम की राजस्थान जन परिषद के पदाधिकारी जिसमें कोटा संभाग से दिलीपसिंह शशांक हरप्रीत,सुरेंद्र स्वामी,अजमेर संभाग से प्रह्लादसिंह झौरड़ा, भवानीसिंह राठौड़, बीकानेर संभाग से प्रशान्त जैन, राजेश चौधरी, उदयपुर संभाग से डॉ. शिवदानसिंह जोलावास, सूरतगढ से मनोज कुमार स्वामी, जोधपुर से जगदीश मेघवाल, मगराज मेघवाल, जयपुर से ओपी औझा, सीमा राठौड़ ने खुशी जाहिर की।