कवि कुमार विश्वास का दावा झूठा निकला।

निंबार्क पीठ के पीठाधीश्वर श्रीजी महाराज ने किशनगढ़ के सिनेमा हॉल में जाकर फिल्म कश्मीर फाइल्स फिल्म देखी तो भगवंत मान ने शहीद-ए-आजम भगत सिंह के गांव खटकड़ कलां में पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
कवि कुमार विश्वास का दावा झूठा निकला।
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16 मार्च को राजस्थान के सलेमाबाद स्थित अखिल भारतीय निंबार्क पीठ के पीठाधीश्वर आचार्य श्याम शरण श्रीजी महाराज ने किशनगढ़ (अजमेर) स्थित क्रिस्टल पार्क सिनेमा हॉल में जाकर कश्मीर फाइल्स फिल्म को देखा। इस अवसर पर महाराज श्री के साथ बड़ी संख्या में साधु संत भी उपस्थित रहे। महाराज श्री के लिए सिनेमाघर में विशेष व्यवस्था की गई, ताकि निंबार्क पीठ के धार्मिक सम्मान के साथ वे बैठ सके। सिनेमा हॉल में अलग से आसान भी लगाया गया। सिनेमा हाल में महाराज श्री के पहुंचने पर उत्साहित लोगों ने जय श्रीराम के नारे लगाए। आचार्य श्री का मानना रहा कि यह एक फिल्म नहीं बल्कि सनातन संस्कृति को मानने वाले हर व्यक्ति की भावनाओं से जुड़ी दर्दनाक घटना है। उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि 90 के दशक में कश्मीर में सनातन संस्कृति को मानने वाले लोगों पर अत्याचार हुए। फिल्म के माध्यम से सत्य को सार्वजनिक किया गया है। इन सत्य घटनाओं से सनातन संस्कृति को मानने वाले लोगों को सबक लेना चाहिए।
भगवंत मान की शपथ:
यूं तो शहीद-ए-आजम भगत सिंह का जन्म पाकिस्तान स्थित लायलपुर ज़िले के बंगा गांव में 28 सितंबर 1907 को हुआ था। भगत सिंह को 23 मार्च 1931 को लाहौर की सेंट्रल जेल में क्रांतिकारी सुखदेव और राजगुरु के साथ फांसी दे दी गई। 1947 में देश के विभाजन के समय भगत सिंह के पिता सरदार किशन सिंह संधु और माता विद्यावती कौर हिंदुस्तान के पंजाब प्रांत के खटकड़ कलां में आकर रहे। भले ही खटकड़ कलां में भगत सिंह कभी न आए हो, लेकिन उनके माता पिता के रहने के कारण ही खटकड़ कलां को ही भगत सिंह का गांव माना जाता है। इसलिए यहां भगत सिंह के नाम पर एक संग्रहालय भी बनाया गया है। 16 मार्च को खटकड़ कलां गांव में 100 एकड़ भूमि के मैदान में आम आदमी पार्टी के भगवंत मान ने पंजाब के मुख्यमंत्री के पद की शपथ ली। समारोह में कई लाख लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। इस अवसर पर सभी लोग भगत सिंह द्वारा प्रेरित पीले रंग की पगड़ी पहनकर आए। समारोह में आम के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी उपस्थित रहे। केजरीवाल और मान ने भरोसा दिलाया कि चुनाव में जो वादे किए गए उन्हें जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा। यहां यह उल्लेखनीय है कि अरविंद केजरीवाल ने भी दिल्ली के मुख्यमंत्री के पद की शपथ राजभवन में लेने के बजाए रामलीला मैदान में ली थी।
दावा झूठा:
अजमेर स्थित राजस्थान लोक सेवा आयोग की सदस्य श्रीमती मंजू शर्मा के पति और सुप्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास ने पंजाब के मुख्यमंत्री को लेकर जो दावा किया था वह 16 मार्च को झूठा साबित हुआ है। पंजाब चुनाव प्रचार के दौरान कुमार विश्वास ने न्यूज चैनलों को एक बयान देकर कहा कि पंजाब में यदि आम आदमी पार्टी को बहुमत मिला तो अरिवद केजरीवाल ही मुख्यमंत्री बनेंगे। कुमार का दावा रहा यह बात खुद केजरीवाल ने उन्हें बताई है। अरविंद केजरीवाल के हवाले से कुमार ने कहा कि भगवंत मान का नाम तो यूं ही चलाया जा रहा है। असल में केजरीवाल ही पंजाब के मुख्यमंत्री बनेंगे। कुमार विश्वास का यह भी कहना रहा कि जब मैंने पंजाब में आतंकवाद का मुद्दा उठाया तो केजरीवाल ने कहा कि वे स्वतंत्र देश के प्रधानमंत्री भी बन जाएंगे। चुनाव के दौरान कुमार विश्वास का यह बयान बहुत चर्चित हुआ था। तब केजरीवाल ने कहा था कि कुमार विश्वास हास्य कवि हैं। इसलिए कुछ भी कह सकते हैं। कुमार विश्वास के इस बयान को कांग्रेस, अकाली दल और भाजपा ने भी मुद्दा बनाया था। लेकिन 16 मार्च को जब भगवंत मान ने पंजाब के मुख्यमंत्री के पद की शपथ ले ली है, तब कुमार विश्वास का दावा झूठा साबित हो गया है।