The Kashmir Files के निर्माता विवेक अग्निहोत्री के बारे में आइये जानते है। ……

The Kashmir Files के निर्माता विवेक अग्निहोत्री का बचपन ग्वालियर में बीता..

द कश्मीर फाइल्स फिल्म के निर्माता विवेक अग्निहोत्री के बारे में जानने के लिए लोग गूगल सर्च कर रहे हैं। उनके बारे में हर कोई जानना चाहता है। लेकिन कम लोग ही जानते होंगे द काश्मीर फिल्म निर्माता का जन्म ग्वालियर की जवाहर कालोनी में हुआ था। वह यहीं पर पले, बढ़े और खेले कूदे हैं।

विवेक के बचपन के साथी व मित्र आइएमए के पूर्व जिला अध्यक्ष डा व बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ मुकुल तिवारी बताते हैं कि वह कंपू पर लद्दाराम के अखाड़े में रहते थे। उनके व विवेक के पिता गहरे दोस्त थे इसलिए दोनों परिवारों का एक दूसरे के घर आना जाना था। विवेक का घर भी चंद कदमों की दूरी पर जवाहर कालोनी में था। वे किराए के घर में रहते थे। जवाहर कालोनी में डा शिंगवेकर के घर के बगल से अब जो पार्क है, तब मैदान हुआ करता था। वहां पर हम सभी भाई बहन और विवेक व उसकी छोटी बहन मुनिया के साथ खेलाकूदा करते थे।

विवेक के पिता डा प्रभूराम अग्निहोत्री, महारानी लक्ष्मीबाई महाविद्यालय में संस्कृत विभाग के विभागाध्यक्ष थे। 1971 में डा प्रभूराम अग्निहोत्री डायरेक्टर आफ हिन्दी ग्रंथ अकादमी बनकर भोपाल पहुंच गए। इसके बाद उन्हें भोपाल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर बना दिया गया। 1974 में मेरा पूरा परिवार विवेक के परिवार से मिलने के लिए भोपाल 74 बंगले स्थित घर पर गया था तब विवेक से मुलाकात हुई थी।

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इसके बाद 1980 में विवेक के घर फिर जाना हुआ। उस वक्त पता चला कि विवेक मुंबई में रहता है और एड फिल्म बनाने का काम करने लगा है। उसने दिल्ली से मास्क कम्युनिकेशन एंड एडवरटाइजमेंट का कोर्स किया है, उस वक्त घर पर विवेक की बहन मुनिया व पिता प्रभूराम जी मिले थे। पता चला था कि विवेक की माता जी का देहांत हो चुका है और पिता सेवानिवृत हो चुके हैं।

विवेक के पिता ने अरेरा कालोनी में सेवानिवृत होने के बाद घर बना लिया था। विवेक के पिता उत्तर प्रदेश के धनोरा गांव के रहने वाले कान्यकुब्ज ब्राम्हण थे। उन्होंने ग्वालियर में रहकर पढ़ाई की और यहीं पर उन्हें एमएलबी कालेज में नौकरी मिल गई थी। 1990 में पता चला कि विवेक का विवाह टीवी कलाकार पल्लवी जोशी से हो गया।

 विवेक अग्निहोत्री का कानपुर से गहरा नाता, यहां बीता बचपन

विवेक का कानपुर से गहरा नाता है। कानपुर की गलियों में विवेक का लंबा वक्त गुजरा है। तो आइये जानते हैं कि विवेक का कानपुर से गहरा नाता क्या है।

कश्मीर फाइल्स के जरिए विस्थापित कश्मीरियों का दर्द रुपहले पर्दे पर उकेरने वाले विवेक रंजन अग्निहोत्री का कानपुर से करीबी नाता है। उनकी मौसी के बेटे और भाई यहां रहते हैैं और हर साल उनसे मिलने जरूर आते हैैं। अब उन्होंने जल्द कानपुर आने की बात कही है। रिश्ते में विवेक रंजन अग्निहोत्री के भतीजे लेकिन हमजोली मित्र अमिताभ अवस्थी बताते हैैं कि विवेक जी की मौसी श्रीदेवी तिवारी उनके पिता ललित मोहन अवस्थी की मामी थीं। दोनों परिवार राम मोहन हाता शिवाला में ही रहते थे। यहां विवेक अपनी मां शारदा अग्निहोत्री के साथ हर साल गर्मी की छुट्टिड्ढयों में आते थे। हमउम्र होने की वजह से उनसे रिश्तेदारी कम गहरी दोस्ती ज्यादा थी। इसी वजह से उनके साथ घूमते-फिरते थे। उन्होंने साथ में कानपुर की चाट खाई और हर प्रतिष्ठित स्थान का भ्रमण किया। इस बीच उनकी मौसी का परिवार आर्य नगर में रहने लगा। वर्तमान में विवेक के भाई शरद तिवारी आर्य नगर में रहते हैैं, उनके परिवारवाले अमेरिका में हैैं। यहां विवेक अक्सर आते हैैं और काफी समय गुजारते हैैं। पिछली बार फिल्म ताशकंद फाइल्स के रिलीज पर वह कानपुर आए थे।

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कानपुर की गलियों में खूब घूमे विवेक

विवेक के एक रिश्तेदार ने बताया कि विवेक अपनी मां के साथ गर्मियों की छुट्टियां मनाने आते थे। यहां से विवेक कानपुर की गलियों में खूब घूमते थे। साथ ही विवेक यहां की चाट-पकौड़ी भी खूब पसंद करते थे। विवेक ने अपने रिश्तेदार से जल्द कानपुर आने की बात कही है।

 

फिल्म को लेकर विवेक ने कही ये बात

उन्होंने फिल्म देखने को लेकर भी रिश्तेदार से पूछा। रिश्तेदार से कहा टिकट न मिलने की बात कहने पर उन्होंने कहा कि आपकी प्रतिक्रिया का इंतजार रहेगा ताकि पता चले कि कहां कमी और कहां अच्छाई रही। जल्द आऊंगा कानपुर रू इसके साथ ही विवेक ने उनसे कहा कि जल्द ही कानपुर आकर परविार से मिलेंगे। यहां कुछ संस्थाओं ने उनके स्वागत के लिए कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारी की है।