Petrol Diesel Prices : तो क्या 80 करोड़ गरीब लोगों को मुफ्त अनाज की कीमत पर बढ़ाए जा रहे हैं पेट्रोल डीजल के दाम।

Petrol, Diesel Prices :  तो क्या 80 करोड़ गरीब लोगों को मुफ्त अनाज की कीमत पर बढ़ाए जा रहे हैं पेट्रोल

डीजल के दाम।

अजमेर के मृतक हॉकर के परिवार को मुख्यमंत्री सहायता कोष से एक लाख रुपए की मदद।
================
पिछले छह दिनों में देश में पेट्रोल डीजल के दामों में चार रुपए प्रति लीटर तक की वृद्धि हुई है। माना जा रहा है कि यह वृद्धि 15 रुपए तक होगी। तेल की कीमतों में जब वृद्धि होती है तो केंद्र और राज्य दोनों को ही फायदा होता है। दोनों ने अपने अपने टैक्स लगा रखे है। कीमत बढ़ने से टैक्स की राशि भी अपने आप बढ़ जाती है। एक और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि का तर्क देकर भारत में तेल के दाम लगातार बढ़ाए जा रहे हैं, लेकिन केंद्र और राज्य सरकारें वोट की खातिर मुफ्त सामग्री देने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। केंद्र सरकार ने 26 मार्च को ही घोषणा की है कि पांच किलो प्रति व्यक्ति अनाज देने की योजना को आगामी छह माह के लिए बढ़ाया जाता है। यानी देश के 80 करोड़ गरीब लोगों को अब सितंबर माह तक पांच किलो अनाज मुफ्त में मिलेगा। स्वाभाविक है कि जब 20-25 रुपए किलो वाला अनाज 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में दिया जाएगा तो सरकार पर आर्थिक भार तो पड़ेगा ही। केंद्र सरकार ही नहीं बल्कि राज्य सरकारें भी मुफ्त की ऐसी घोषणाएं करती हैं। पंजाब में 18 वर्ष से अधिक उम्र वाली महिलाओं को प्रतिमाह एक हजार रुपए का भत्ता देने और 300 यूनिट तक बिजली फ्री देने की योजना लागू की गई है। इसी प्रकार राजस्थान में 50 यूनिट तक बिजली फ्री दी जाएगी। एक ओर केंद्र और राज्य सरकारें वोट की खातिर मुफ्त योजनाओं को लागू कर रही हैं, तो दूसरी ओर तेल की कीमतों में वृद्धि कर देश में महंगाई को बढ़ाया जा रहा है। देश में तेल कीमतों में ही वृद्धि नहीं हो रही बल्कि एक अप्रैल से जीवन रक्षक दवाओं की कीमतों में 10 प्रतिशत की वृद्धि हो जाएगी। इसी प्रकार टोल टैक्स भी 10 प्रतिशत बढ़ जाएगा। ऐसा लगता है कि सरकार एक ओर मुफ्त में सामग्री दे रही है तो दूसरी ओर टैक्स के जरिए वसूली हो रही है। देश के 80 करोड़ लोगों को प्रतिशत पांच किलो अनाज पिछले दो वर्ष से मुफ्त में दिया जा रहा है। सरकार एक ओर मुफ्त में अनाज दे रही है तो दूसरी ओर रसोई गैस का सिलेंडर एक हजार रुपए तक का हो गया है। अच्छा हो कि सरकार मध्यम वर्ग के लोगों के हितों का भी ख्याल करे, देश में ऐसे बहुत से लोग हैं जो धनाढ्य नहीं है और न ही उन्हें सरकार की किसी मुफ्त योजना का लाभ मिलता है। ऐसे लोग तब बहुत परेशान होते हैं, जब महंगाई बढ़ती है।
एक लाख की सहायता:
अजमेर के मृतक समाचार पत्र विक्रेता प्रेमप्रकाश के परिजन को मुख्यमंत्री सहायता कोष से एक लाख रुपए की मदद मिली है। इस मदद को दिलवाने में शहर कांग्रेस कमेटी के महासचिव शिव बंसल की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। बंसल ने ही विशेष प्रयास कर कांग्रेस के बड़े नेताओं के माध्यम से मुख्यमंत्री के समक्ष मृतक हॉकर के परिजन को आर्थिक मदद का प्रस्ताव भिजवाया। इस प्रस्ताव पर ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक लाख रुपए की सहायता स्वीकृत की। यह राशि अब तहसीलदार के माध्यम से मृतक हॉकर के परिजन को प्राप्त हो गई है। स्वर्गीय प्रेस प्रकाश के पुत्र हर्षवर्धन ने कांग्रेस के नेता शिव बंसल और सहयोग करने वाले सभी का आभार जताया है। यहां यह उल्लेखनीय है कि मृतक हॉकर के परिजन को सहायता राशि मिलने का सिलसिला जारी है। कुछ दिनों पहले ही शहीद भगत सिंह नौजवान सभा की ओर से 51 हजार रुपए का बैंक ड्राफ्ट दिया गया था। इस समारोह में सामाजिक कार्यकर्ता सुभाष काबरा ने भी 51 सौ रुपए की नगद राशि परिजन को दी। कांग्रेस नेता शिव बंसल ने कहा है कि उद्योगपति रिजु झुनझुनवाला से भी परिजन को मदद दिलाई जाएगी। इस संबंध में और अधिक जानकारी लेने के लिए मोबाइल नंबर 9414002523 पर शिव बंसल से संपर्क किया जा सकता है।