महेंद्र सिंह टिकैत के करीबी दोस्त का बड़ा आरोप, बोले- राकेश टिकैत किसानों को कर रहे गुमराह, पंजाब के ड्रग्स माफियाओं से हो रही फंडिंग
भारतीय किसान यूनियन के पूर्व जिलाध्यक्ष व किसान नेता महेंद्र सिंह टिकैत के करीबी रहे वीरेंद्र सिंह गाजीपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे राकेश टिकैत पर दिए गए बयान को लेकर सुर्खियों में आ गए हैं. वीरेंद्र सिंह का शुमार मुजफ्फरनगर के कद्दावर किसान नेताओं में किया जाता है. वीरेंद्र सिंह ने कहा कि राकेश टिकैत अपने हित को लेकर प्रदर्शन कर रहे हजारों किसानों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं. उनको पंजाब की बड़ी नशा माफियाओं की लॉबी आंदोलन के लिए फाइनेंस कर रही है. उन्होंने कहा कि किसान कभी देश विरोधी नहीं रहा है. वह अनाज भी पैदा करता है और सीमा पर रक्षा करने वाले जवान भी.
मीरापुर के कुतुबपुर निवासी किसान नेता चौधरी वीरेंद्र सिंह किसानों के सबसे बड़े नेता रहे बाबा महेंद्र सिंह टिकैत के सबसे करीबी साथी रहे हैं. वह भारतीय किसान यूनियन के साथ 1987 से जुड़े हुए हैं. वह महेंद्र सिंह टिकैत के सलाहकार रहने के साथ-साथ 10 साल तक यानी 1992 से 2002 तक भाकियू के मुजफ्फरनगर इकाई के जिलाध्यक्ष भी रहे हैं. वीरेंद्र सिंह किसानों के हर छोटे और बड़े आंदोलन में बाबा महेंद्र सिंह टिकैत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर शामिल रहे हैं.
उन्होंने कहा कि 26 जनवरी को दिल्ली के लाल किले पर जो हुआ. वह बहुत ही शर्मनाक है. बाबा टिकैत यह आंदोलन कर रहे होते तो यह घटना कभी नहीं होती. उन्होंने अपने तर्कों से पूरे किसान आंदोलन की पोल खोलकर रख दी है. वीरेंद्र सिंह ने कहा कि मंडी शुल्क समाप्त होने से किसानों को सीधा फायदा मिल रहा है। यही नहीं, गन्ना की कांट्रेक्ट फार्मिंग किसान पहले से कर रहे हैं.