REET : रीट को लेकर ईडी ने पीएमएलए के तहत किया मामला दर्ज।

REET : रीट को लेकर ईडी ने पीएमएलए के तहत किया मामला दर्ज।

रीट पेपर लीक मामले में अब केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की राजस्थान ब्रांच ने करोड़ों का लेनदेन सामने आने के बाद प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के मामला दर्ज किया है। इस मामले में शीघ्र ही सभी आरोपियों को ईडी समन जारी करने की तैयारी की जा रही है। ईडी ने यह जांच भाजपा के राज्यसभा के सदस्य डॉ. किरोड़ी लाल मीणा और कुछ अन्य लोगों की शिकायत पर दर्ज की है।

ईडी अब राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के बर्खास्त अध्यक्ष डीपी जारौली, कोऑर्डिनेटर प्रदीप पराशर, रीट पेपर का सौदा करने वाले मुख्य आरोपी रामकृपाल मीणा, रामकृपाल से आगे पेपर खरीदने वाले सभी आरोपियों को पूछताछ के लिए बुलाएगी।

रीट धांधली के 11 आरोपी जमानत पर बाहर आ चुके हैं। इनमें अमृत लाल, भजन लाल, भारती मीणा, उद्याराम, सोहनी, प्रदीप पाराशर, सविता चौधरी, भजन लाल विश्नोई, नरेंद्र विश्नोई और नीतीश कुमार की नियमित जमानत अर्जी स्वीकार की है।अगले सप्ताह आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी और पूछताछ शुरू होने की संभावना है।

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फिलहाल रीट मामले की जांच एसओजी कर रही है। 40 से ज्यादा आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। इनमें से 11 जमानत पर बाहर आ चुके हैं। मुख्य आरोपी रामकृपाल मीणा के स्कूल-कॉलेज को सरकार ने ध्वस्त करा दिया है। ईडी सभी आरोपियों से पैसे के लेनदेन और उसके सोर्स को लेकर पूछताछ करेगी। ईडी पहले उन आरोपियों पर फोकस कर रही है, जिन्होंने पैसे का लेनदेन किया था।

बाड़मेर के ठेकेदार भजनलाल को रामकृपाल से पेपर खरीदने के आरोप में एसओजी ने गिरफ्तार किया था। उससे 71 लाख जब्त हुए थे। उसे हाईकोर्ट से जमानत मिल चुकी है। भजनलाल की भतीजी सुहानी देवी ने भी रीट दिया था और भजनलाल ने परीक्षा से पहले ही उसे पेपर उपलब्ध कराया था। रामकृपाल ने जिन अलग-अलग लोगों से 1 करोड़ 22 लाख रुपए एकत्रित किए थे, उनमें से 71 लाख रुपए भजनलाल के पास पहुंचाए गए थे। एसओजी ने भजनलाल की निशानदेही पर 71 लाख रुपए जब्त किए थे, जबकि 11 लाख रुपए बैंक खाते में सीज कराए थे।

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रीट पेपर लीक मामले की एसओजी जांच में शिक्षा संकुल के स्ट्रॉन्ग रूम से पेपर लीक होने के सबूत मिले थे। मुख्य आरोपी स्कूल संचालक रामकृपाल मीणा ने पेपर लेकर आगे बेचा था। यह सौदा करोड़ों में हुआ था। शिक्षा संकुल से पेपर लीक करवाने में कोऑर्डिनेटर प्रदीप पाराशर को आरोपी बनाया गया। मास्टरमाइंड भजनलाल, जालोर के उदाराम बिश्नोई ने आगे पेपर बेचा था।