जैविक नमूनों के इलेक्ट्रॉन टोमोग्राफी पर राष्ट्रीय कार्यशाला

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), नई दिल्ली नौ मई से 13 मई, 2022 तक पंचदिवसीय कार्यशाला और प्रशिक्षण कार्यक्रम (ऑफलाइन) का आयोजन कर रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन डीएसटी, एसटीयूटीआई, डीएसटी एसएफआई और डीबीड एसएएचएजे कार्यक्रमों के तहत क्षमता-निर्माण के लिये हो रहा है।

कार्यशाला में इलेक्ट्रॉन टोमोग्राफी (आरटी-एंड-क्रायो) का परिचयात्मक ज्ञान प्रदान करने पर ध्यान दिया जायेगा। इसमें प्लंज फ्रीज़िंग, क्रायो-अल्ट्रामाइक्रोटॉमी या क्रायो फोक्स्ड-आयन बीम, ग्लो डिसचार्ज, ग्रोइंग सेल्स ऑन ग्रिड्स, ट्रांसफर ऑफ ग्रिड टू दी ईएम, हैंडलिंग, टिल्ट सीरीज डाटा संकलन, आईएमओडी के साथ उनका प्रसंस्करण तथा ई-टोमो सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल से नमूनों की तैयारी शामिल है। कार्यशाला को सैद्धांतिक/प्रणाली आधारित व्याख्यानों तथा प्रत्यक्ष प्रैक्टिकल सत्रों के साथ संचालित किया जायेगा।

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कार्यशाला का उद्घाटन कल एम्स, नई दिल्ली के निदेशक प्रो. रनदीप गुलेरिया ने किया था। उद्घाटन के समय एम्स, नई दिल्ली के डीन अनुसंधान प्रो. सुब्रत सिन्हा, भारत सरकार के बायोटेक्नोलॉजी विभाग की डॉ. गरिमा गुप्ता और एम्स के एनाटॉमी विभाग के प्रमुख प्रो. ए. शरीफ उपस्थित थे।

उद्घाटन समारोह में प्रो. मनदीपा बनर्जी, आईआईटी दिल्ली; प्रो. सुनील कटेरिया, जेएनयू; डॉ. गोपाल झा, एनआईपीजीआर, नई दिल्ली; डॉ. एनके प्रसन्ना, वरिष्ठ वैज्ञानिक, सीएसआईआर-एनआएससीपीआर, नई दिल्ली; डॉ. प्रणय तंवर, बीआरए आईआरसीएस, एनआईएमएस, नई दिल्ली; प्रो. टीसी नाग, प्रभारी, इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप फैसेलिटी, एम्स, नई दिल्ली; डॉ. सुभाष चंद्र यादव, अतिरिक्त प्रोफेसर, एनाटॉमी विभाग, एम्स, नई दिल्ली तथा डॉ. रवि प्रकाश, वैज्ञानिक, इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप फैसेलिटी, एम्स, नई दिल्ली भी उपस्थित थे। डॉ. सुभाष चंद्र यादव ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।

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एमजी/एएम/एकेपी