जिस प्रकार रूस ने यूक्रेन पर सैन्य कार्यवाही की, वैसा हमला चीन कभी भी भारत के लद्दाख पर कर सकता है-राहुल गांधी।

जिस प्रकार रूस ने यूक्रेन पर सैन्य कार्यवाही की, वैसा हमला चीन कभी भी भारत के लद्दाख पर कर सकता है-राहुल गांधी।
राहुल गांधी की दादी जी के पिता जवाहरलाल नेहरू ने 1961 में भारत का कैलाश मानसरोवर और कई गांव चीन को दे दिए। यह नरेंद्र मोदी का शासन है। चीन हमले की हिमाकत नहीं कर सकता-जयमांग सेरिंग सांसद लद्दाख।
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कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे राहुल गांधी ने लंदन में आयोजित मीडिया के एक विशेष कार्यक्रम में कहा कि जिस प्रकार रूस ने यूक्रेन पर सैन्य कार्यवाही की है, वैसी सैन्य कार्यवाही चीन कभी भी भारत के लद्दाख क्षेत्र में कर सकता है। राहुल गांधी ने दावा किया कि लद्दाख और डोकलाम में चीनी सैनिक जमे हुए हैं। एक चिंगारी लगेगी तो मुसीबत आ जाएगी। राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर भी सवाल उठाए। राहुल ने विदेशी मीडिया को बताया कि भारत में सत्तारूढ़ दल भाजपा को 60-70 प्रतिशत लोग वोट नहीं देते हैं। यानी भाजपा और मोदी 30-40 प्रतिशत लोगों के वोट पर ही शासन कर रहे हैं। राहुल का यह भी कहना रहा कि कांग्रेस को भाजपा के साथ साथ देश के संस्थागत ढांचे से भी लड़ाई लड़नी पड़ रही है। राहुल गांधी पहले भी विदेशी मीडिया के समक्ष देश विरोधी बयान देते रहे हैं, लेकिन इस बार राहुल ने अपने देश के लद्दाख की तुलना यूक्रेन से कर दी है। राहुल गांधी की इस समझ पर लद्दाख के भाजपा सांसद जयमांग सेरिंग ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
जिस प्रकार रूस ने यूक्रेन पर सैन्य कार्यवाही की वैसा हमला चीन कभी भी भारत के लद्दाख पर कर सकता है-राहुल गांधी।
सांसद सेरिंग ने कहा कि राहुल गांधी को लद्दाख की जमीनी हकीकत की जानकारी नहीं है। इसलिए वे देश विरोधी बयान दे रहे हैं। राहुल गांधी को यह पता होना चाहिए कि उनकी दादी जी श्रीमती इंदिरा गांधी के पिता जवाहरलाल नेहरू जब देश के प्रधानमंत्री थे, तब 1961 में भारत का कैलाश मानसरोवर और कई गांव चीन को सौंप दिए गए। सेरिंग ने आरोप लगाया कि आजादी के बाद कांग्रेस के शासन में सीमाओं को मजबूत नहीं किया गया। लद्दाख और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात सैनिकों को जो सैन्य उपकरण चाहिए थे, वे भी उपलब्ध नहीं करवाए गए। लेकिन पिछले 8 सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन में देश की सीमाओं को मजबूत किया गया है। लद्दाख जैसे दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में तैनात सैनिकों को आज सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। राहुल गांधी चाहे तो मेरे साथ लद्दाख क्षेत्र का दौरा करें और देखें कि सीमा क्षेत्र में कितनी सड़कें बनाई गई है। अब सैनिकों का आवागमन पहाड़ी क्षेत्रों में बहुत सरल और सुगम हुआ है। यही वजह है कि आक्रमणकारी चीन से हमारे सैनिक लगातार मुकाबला कर रहे हैं। सांसद सेरिंग ने कहा कि मोदी के शासन में चीन की इतनी हिमाकत नहीं है कि वह भारत पर हमला कर सके। सीमा पर तैनात जवान और लद्दाख के नागरिक पूरी मुस्तैदी से चीन को जवाब देने के लिए तैयार है। सेरिंग ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं से मिले हुए हैं। राहुल गांधी हमेशा से चीन और पाकिस्तान के समर्थन वाले बयान देते हैं।