केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि मोदी सरकार के 8 वर्षों के कार्यकाल में भारतीयों ने आत्म-पहचान की प्राप्ति की है और उनके अंदर वैश्विक मंच पर पहचान प्राप्त करने में एक नया विश्वास उत्पन्न हुया है

केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि मोदी सरकार के 8 वर्षों के कार्यकाल में देश में रहने वाले और साथ ही साथ विदेश में रहने वाले लोगों को मोदी शासन के अंतर्गत आत्म-पहचान की प्राप्ति हुई है। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले, सामान्य रूप से भारतीयों में हताशा, निराशा और लाचारी का माहौल व्याप्त था और विदेशों में रहने वाले भारतीय युवा कभी-कभी अपनी पहचान उजागर करने में भी संकोच महसूस किया करते थे, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार आने के बाद, भारत और भारतीयों को सम्मान और आदर के साथ देखा जाने लगा।

ये बातें केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पीएमओ, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष विभाग के राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने “लाभार्थी सम्मेलन” के दौरान की, जिसका आयोजन भारतीय जनता पार्टी द्वारा देहरादून, उत्तराखंड में उनकी दो दिवसीय यात्रा के पहले दिन किया गया।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार का दर्शन हमेशा ही हमारे बीच सबसे गरीब लोगों की भलाई पर ध्यान केंद्रित करना रहा है।

यह भी पढ़ें :   रीट परीक्षा घोटाला: राजस्थान में कांग्रेस सरकार चलाने की मजबूरी है। बर्खास्त अध्यक्ष जारोली का बयान सरकार की यह मजबूरी जाहिर करता है।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार संसाधनों को आवंटन को एकमात्र मैट्रिक्स के माध्यम से देखती है और वह केवल लोगों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इसका मतलब क्षेत्रीय असमानताओं में कमी लाना है, उत्तराखंड और उत्तर पूर्व में मिजोरम जैसे छोटे और अविकसित लेकिन महत्वपूर्ण राज्यों में पर्याप्त निवेश को बढ़ाना देना है।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि पिछले 8 वर्षों में, घर, बिजली कनेक्शन, पाइप का पानी और गैस कनेक्शन प्रदान करने वाली योजनाओं के माध्यम से न केवल वित्तीय उत्थान हुआ है, बल्कि सामाजिक प्रगति भी हुई है। उन्होंने कहा कि ‘स्वच्छ भारत’ अभियान के अंतर्गत बनाए गए 11 करोड़ से ज्यादा शौचालयों ने हमारी देश की महिलाओं को सुरक्षा और सम्मान दोनों ही प्रदान किया है। उन्होंने आगे कहा कि गवर्नेंस में भागीदारी का मतलब देश के लोगों में व्यवहारिक परिवर्तन लाना है, जिसके बिना कोई भी योजना सफल नहीं हो सकती है।

यह भी पढ़ें :   मत्स्यपालन पर भारत-श्रीलंका संयुक्त कार्य समूह की पांचवीं बैठक वर्चुअल माध्यम से आयोजित की गई

हालांकि, केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि पिछले 8 वर्षों की उपलब्धि का मतलब नए घरों और पानी का कनेक्शन देने जैसी बातों की जबरदस्त सफलता से कहीं बहुत ज्यादा है। जिनका मतलब वैश्विक मंच पर हमारी पहचान में हम भारतीयों के लिए एक नए विश्वास की प्राप्ति है। हमारे राष्ट्र के सर्वांगीण विकास का मतलब है कि पूरे विश्व में भारत की क्षमता का सम्मान और मान्यता प्राप्त होना है।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि अब विदेशों में भी भारतीय लोग अपनी विरासत का दावा करते हुए अपना सिर ऊंचा रखते हैं। मंत्री ने कहा कि हमारी सफलता का सही पैमाना न केवल एक बड़ी अर्थव्यवस्था है, बल्कि वैश्विक स्तर पर बढ़ता हुआ हमारा प्रभाव और आत्मविश्वास भी है।

केंद्रीय मंत्री ने यह बताते हुए अपनी बात समाप्त की कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में, हम पिछले 8 वर्षों में भारतीय राजनीति में एक नई कार्यप्रणाली और एक नई संस्कृति को विकसित होते हुए देख रहे हैं।

***

एमजी/एमए/एके/सीएस