अब 1 नहीं, बल्कि 2 बार हड़ताल पर जाएंगे ट्रक ट्रांस्पोर्टर्स
डीजल के बढ़ते दामों, ई-वे बिल से संबंधित मसलों और स्क्रैपिंग पॉलिसी जैसे मुद्दों से नाराज़ चल रहे ट्रांस्पोर्टर्स के हड़ताल पर जाने के बीच अब यह मामला 2 धड़ों में बंटता दिख रहा है. जहां द ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने पहले अपनी मांगों को लेकर सरकार को 14 दिन का वक्त देते हुए देशव्यापी हड़ताल पर जाने का ऐलान किया, इसी बीच व्यापारिक संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स और ऑल इंडिया ट्रांसपोर्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने इससे अलग 26 फरवरी को 1 दिन के भारत बंद का ऐलान किया है. इस तरह अब 2 हड़तालें आयोजित की जा रही हैं, जिसके तहत पहली हड़ताल 26 फरवरी को होनी तय हुई है, जबकि दूसरी हड़ताल मांगें न माने जाने की स्थिति में कुछ दिनों के बाद की जाएगी.
पहले बात करें ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस संगठन की, जिसने पहले अपनी मांगें न माने जाने की स्थिति में देशव्यापी हड़ताल पर जाने का ऐलान किया था, ने स्पष्ट तौर पर 26 फरवरी की देशव्यापी हड़ताल से खुद को अलग कर लिया है. AIMTC के महासचिव नवीन कुमार गुप्ता ने कहा कि एक राजनीतिक संगठन से जुड़े एक ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के साथ व्यापार संगठन ने 26 फरवरी को ई-वे बिल के एक मुद्दे पर देशव्यापी हड़ताल की घोषणा की है.
गर्वनिंग काउंसिल में ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई और यह केवल कुछ व्यक्तियों का निर्णय है. उनका कहना है कि यह कुछ व्यक्तियों का निर्णय है. हम इसका हिस्सा नहीं हैं और हमारे 95 लाख ट्रक उस दिन देश भर में काम को जारी रखते हुए सप्लाई करेंगे और सभी परिवहन कंपनियों के बुकिंग कार्यालय खुले रहेंगे.