भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने श्रीनगर में क्षेत्रीय सम्मेलन के साथ ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाया

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ के अंतर्गत 09 और 10 जून 2022 को श्रीनगर में क्षेत्रीय अधिकारियों का दो दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया। इसका उद्घाटन एनएचएआई की अध्यक्ष श्रीमती अल्का उपाध्याय द्वारा किया गया। यह अनूठी पहल एनएचएआई के अधिकारियों और जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के क्षेत्रीय हितधारकों को ज्ञान, उपलब्धियों और चुनौतियों को साझा करने के लिए एक मंच प्रदान करती है।    

इस सम्मेलन में परियोजना की समीक्षा के अलावा, अध्यक्ष के साथ एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारियों और परियोजना निदेशकों की मुक्त-प्रवाह चर्चा के लिए एक ‘ओपन हाउस’ का भी आयोजन किया गया। ‘हिमालयी क्षेत्र में सतत राजमार्गों के निर्माण’ के बारे में एक ज्ञान साझा करने को लेकर भी सत्र आयोजित किया गया।

‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाते हुए, एनएचएआई ने स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में कई पहल की हैं। ये पहल न केवल लोगों के योगदान को पहचानने पर ध्यान केंद्रित करती हैं बल्कि एक समग्र और टिकाऊ राष्ट्रीय राजमार्ग अवसंरचना नेटवर्क के निर्माण के लिए विभिन्न प्रयास भी शामिल करती हैं। पहल में उत्कृष्ट कार्य के लिए लोगों को सम्मानित करना, स्थायी प्रथाओं का निर्माण और सड़क सुरक्षा संबंधी जागरूकता पैदा करना शामिल है।

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आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत, एनएचएआई ने हाल ही में एक विश्व कीर्तिमान स्थापित किया है जिसे गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा प्रमाणित किया गया था। अमरावती से अकोला जिले के बीच 105 घंटे 33 मिनट में एनएच-53 पर सिंगल लेन में 75 किलोमीटर बिटुमिनस कंक्रीट को लगातार बिछाने का रिकॉर्ड बनाया गया है। यह काम 3 जून 2022 को सवेरे 7:27 बजे शुरू हुआ और 7 जून 2022 को शाम 5 बजे पूरा हुआ। परियोजना को 720 श्रमिकों द्वारा कार्यान्वित किया गया था जिसमें इंजीनियरों, स्वतंत्र सलाहकारों और निर्माण श्रमिकों की एक टीम शामिल थी, जिन्होंने इस कार्य को पूरा करने के लिए दिन-रात काम किया।

इसके अलावा, पारिस्थितिक के अनुसार स्थायी राष्ट्रीय राजमार्ग ढांचे के निर्माण के लिए नवीन तरीकों के उपयोग पर बल देते हुए, एनएचएआई ने देश भर में राष्ट्रीय राजमार्गों के पास 493 ‘अमृत सरोवर’ या तालाब बनाने की योजना बनाई है, जो जल निकायों और भूजल को पुनर्जीवित करने में मदद करेगा। 493 ‘अमृत सरोवर’ में से 72 सरोवरों के निर्माण का कार्य पहले ही पूरा किया जा चुका है।

इसके अलावा अमृत महोत्सव के अंतर्गत, एनएचएआई ने 2,927 कर्मियों को सम्मानित करने के लिए 68 सम्मान समारोह आयोजित किए हैं, जिसमें निर्माण श्रमिक, इंजीनियर, सलाहकार, ठेकेदार और एनएचएआई के अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क के निर्माण में उत्कृष्ट योगदान के लिए शामिल हैं। इसके अलावा, एनएचएआई ने जनशक्ति प्रशिक्षण आयोजित किया है और निर्माण उपकरण व सड़क सुरक्षा में नई तकनीक पर 1,131 कर्मियों को प्रशिक्षित किया है। एनएचएआई ने पूरे भारत में छह विश्वविद्यालयों के साथ सहयोग किया है और 11 विश्वविद्यालयों में 186 से अधिक विद्यार्थियों को इंटर्नशिप की पेशकश की है।

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सड़क सुरक्षा से संबंधित पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए, एनएचएआई ने देश भर में 29 सड़क सुरक्षा जागरूकता शिविर और 29 रोड शो आयोजित किए हैं। इसके अलावा, अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और यात्रियों को सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए लगभग 67 नेत्र और स्वास्थ्य जांच शिविर भी आयोजित किए गए हैं।

‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के अंतर्गत इस तरह की और भी अखिल भारतीय पहल शुरू की जाएंगी। एनएचएआई राष्ट्रीय राजमार्ग अवसंरचना को तीव्र गति से विकसित करने और राष्ट्रीय राजमार्गों पर सुरक्षित, सुगम व निर्बाध यात्रा की सुविधा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

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