श्री नितिन गडकरी ने बुनियादी ढांचे के विकास में ‘गुणवत्ता’ पर ध्यान केंद्रित करने के लिए नए विचारों, शोध निष्कर्षों और प्रौद्योगिकियों के लिए नवाचार बैंक की स्थापना का प्रस्ताव किया

केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने बुनियादी ढांचे के विकास में ‘गुणवत्ता’ पर ध्यान केंद्रित करने के लिए नए विचारों, शोध निष्कर्षों और प्रौद्योगिकियों संबंधी नवाचार बैंक की स्थापना का प्रस्ताव किया है। भारतीय सड़क कांग्रेस (आईआरसी) की 222वीं मध्यावधि परिषद बैठक के उद्घाटन समारोह को वर्चुअली संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आईआरसी से उम्मीद की जाती है कि वह नई पहलें लेकर आएगा। सभी इंजीनियरों का फोकस नवाचार पर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आईआरसी को आईआईटी और दुनिया के अन्य वैश्विक संस्थानों की मदद से एक विश्व स्तरीय अत्याधुनिक स्टेट ऑफ दि आर्ट प्रयोगशाला विकसित करनी चाहिए।

 

 

श्री गडकरी ने कहा कि भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना को पूरा करने में बुनियादी ढांचे के विकास की महत्वपूर्ण भूमिका है।

सड़क अवसंरचना से सीधे तौर पर उस क्षेत्र में समृद्धि आती है। उन्होंने कहा कि सड़क अवसंरचना लोगों, संस्कृतियों और समाज को आपस में जोड़ती है और सामाजिक-आर्थिक विकास के जरिए समृद्धि लाती है।

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श्री गडकरी ने कहा कि पिछले 8 वर्षों में, राष्ट्रीय राजमार्गों की लंबाई 2014 के 91,000 किलोमीटर से 50 प्रतिशत बढ़कर अब लगभग 1.47 लाख किलोमीटर हो गई है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार 2025 तक राष्ट्रीय राजमार्ग संरचना को 2 लाख किलोमीटर तक बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पिछले 8 वर्षों में हमारी टीम ने कई विश्व रिकॉर्ड कायम किए हैं।

श्री गडकरी ने कहा कि सरकार पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि एनएचआईडीसीएल इस क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास में इस क्षेत्र का हिस्सा 10 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि अब तक 45,000 करोड़ रुपये की लागत से 2344 किलोमीटर राजमार्ग का निर्माण किया जा चुका है।

उन्होंने कहा कि हम निर्माण के लिए दुनिया की सबसे अच्छी और सबसे सफल तकनीक और नई सामग्रियों को अपनाने के लिए तैयार हैं। श्री गडकरी ने कहा कि हमारा पूरा ध्यान प्रामाणिक प्रौद्योगिकी के उपयोग और निर्माण लागत में कमी लाने पर केंद्रित है।  उन्होंने कहा कि हमें गुणवत्ता कायम रखते हुए निर्माण की लागत कम करने की जरूरत है।

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श्री गडकरी ने कहा कि निर्माण और संचालन चरणों के दौरान न्यूनतम कार्बन फुटप्रिंट और सीमित प्राकृतिक संसाधनों का दोहन होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पारिस्थितिकी और पर्यावरण को क्षति पहुंचाने की कीमत पर विकास हमें स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि स्टील और सीमेंट का स्थायी विकल्प खोजा जाना चाहिए।

मंत्री ने कहा कि सड़क सुरक्षा सरकार के लिए एक उच्च प्राथमिकता वाला क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि हमें सड़क सुरक्षा विनिर्देश में इंजीनियरिंग से संबंधित प्रभावी वैश्विक प्रक्रियाओं और दिशानिर्देशों को शामिल करने की जरूरत है।

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