“आजकल ‘स्टार्टअप’ एक फैशन नहीं बल्कि एक नया चलन है”: राजीव चंद्रशेखर

केंद्रीय इलेक्‍ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी, कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने निरमा विश्वविद्यालय, अहमदाबाद में “युवा भारत के लिए नया भारत: अवसरों का प्रौद्योगिकी दशक” विषय पर प्रस्तुति के दौरान एक छात्र के पूछे गए प्रश्नों में से एक के उत्तर में कहा कि “इन दिनों स्टार्टअप्स कोई फैशन नहीं, बल्कि एक नया चलन (एक ऐसा चलन जो अब सामान्य रूप ले चुका है) है। ये पिछले 8 वर्षों में नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई सक्रिय नीतियों और सुधारों की वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था में आए गहरे संरचनात्मक परिवर्तनों से उभरने वाली नई वास्तविकता हैं।”

 

 

केंद्रीय मंत्री ने इस अवसर पर मौजूद स्टार्टअप्स, शिक्षाविदों और छात्रों से बातचीत करते हुए उन अवसरों को सूचीबद्ध किया जो युवाओं के लिए आगे आने वाले समय में उपलब्ध होंगे क्योंकि भारत उस दिशा में आगे बढ़ रहा है जिसे प्रधानमंत्री भारत का प्रौद्योगिकी दशक अर्थात टेकेड कहते हैं। उन्होंने इस बात का उल्लेख किया कि कोविड महामारी के दौरान तेजी से डिजिटलीकरण ने आम तौर पर भारत के लिए और विशेष रूप से युवा भारतीयों के लिए नए अवसर खोले हैं।

उन्होंने महामारी से निपटने के लिए नरेन्द्र मोदी सरकार की सराहना की, जिसने एक लचीले और आत्मविश्वास से भरे नए भारत की शुरुआत की है। नया भारत लोकतंत्र की पुरानी परंपराओं को बदल रहा है और कुछ चुनिंदा लोगों को मिल रहे ऋण और अन्य अवसरों के चलन को भी बंद कर रहा है। उन्होंने मजबूत जीडीपी विकास दर का हवाला दिया क्योंकि भारत आज दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था है। माल और सेवाओं के निर्यात ने नए रिकॉर्ड स्थापित किए हैं ($400 अरब – माल निर्यात, $254 अरब – सेवा निर्यात) और $ 80 अरब से अधिक का अब तक का सबसे अधिक एफडीआई हासिल कर रहा है। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि कैसे भारत 100 यूनिकॉर्न और 75,000 से अधिक पंजीकृत स्टार्टअप के साथ दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बनकर उभरा है।

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केंद्रीय मंत्री ने युवाओं को प्रोत्साहित किया, जिन्हें उन्होंने $ 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था और उससे कहीं आगे भारतीय अर्थव्यवस्था के लक्ष्य का वास्तविक चालक बताया।

श्री राजीव चंद्रशेखर ने दोपहर में गणपत विश्वविद्यालय का दौरा किया जहां उन्होंने विश्वविद्यालय के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के साथ बातचीत की। उन्होंने भारत और जापान के बीच एक संयुक्त उद्यम के रूप में सुजुकी द्वारा स्थापित 5जी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस असेंबली लाइन का दौरा किया।

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गणपत विश्वविद्यालय की यात्रा का बहुप्रतीक्षित हिस्सा विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ केंद्रीय मंत्री की खास बातचीत थी। तीन छात्रों ने मंत्री का साक्षात्कार लिया। छात्रों ने उनके प्रारंभिक जीवन के अनुभव से लेकर उनकी उद्यमशीलता की यात्रा और डिजिटल इंडिया से लेकर इस प्रौद्योगिकी दशक (टेकेड) में युवाओं को मिलने वाले अवसरों पर सवाल पूछे। इस सत्र में छात्रों और स्टार्टअप्स की खचाखच भरी भीड़ से प्रश्न भी आमंत्रित किए गए। श्री राजीव चंद्रशेखर ने सभी सवालों के जवाब दिए। उन्होंने छात्रों और नवोदित उद्यमियों को कुछ टिप्स भी दिए।

बाद में दिन में केंद्रीय मंत्री आणंद के लिए रवाना हुए जहां उन्होंने रात के खाने के समय उद्योग जगत के नेताओं, शिक्षाविदों और स्किलिंग परितंत्र के हितधारकों से मुलाकात की।

दिन की शुरुआत में, सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने पर केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर का गुजरात सरकार के शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों और भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारियों और नेताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया।

केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर हैं जहां वह अहमदाबाद, मेहसाणा, वडोदरा और आणंद में स्टार्टअप्स, उद्यमियों और छात्रों के साथ जुड़ेंगे और बातचीत करेंगे।

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