अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में त्वरित विकास, निजी निवेशकाें की समस्याओं के निदान हेतु समीक्षा बैठक
जयपुर 25 अगस्त। प्रदेश में निजी निवेशकों एवं विकासकर्ताओं द्वारा विकसित की जा रही सौर ऊर्जा, पवन, हाईब्रिड अक्षय ऊर्जा परियोजनाओ के विकास में आ रही चुनौतियों के निराकरण हेतु राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम परिसर में निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डॉ. सुबोध अग्रवाल की अध्यक्षता में अक्षय ऊर्जा निगम तथा ऊर्जा विभाग की संयुक्त समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि निजी निवेशकर्ताआें एवं विकासकर्ताओं ने इन परियोजनाओं केे क्रियान्वयन में आ रही बाधाओं एवं समस्याओं, यथा भूमि आवंटन, लीज, राजस्व, विद्युत प्रसारण एवं गोडावन संरक्षण ;जी.आई.बीद्ध आदि के बारे में अवगत करवाया गया तथा इनके निदान हेतु अपने सुझाव भी प्रस्तुत कियें गये। डॉ अग्रवाल एवं संयुक्त सचिव, ऊर्जा श्रीमति अनुपमा जोरवाल द्वारा विकासकर्ताओं से जुडे मुद््दो के शीघ्र निस्तारण हेतु आश्वस्त किया गया।
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि निवेशकर्ताओ एवं विकासकताओं की समस्याओं के त्वरित निस्तारण हेतु निगम के दो अधिकारियाें को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया जो कि निवेशकत्र्ताओं, ऊर्जा विभाग, राजस्व विभाग आदि अन्य संबंधित विभागो से समन्वय स्थापित कर इनके निराकरन हेतु कार्यवाही करेंगे।
डॉ अग्रवाल ने बताया कि राज्य की नयी सोलर एवं पवन ऊर्जा नीति 2019 के अनुसार प्रदेश मे वर्ष 2025 तक 37500 मेगावाट अक्षय ऊर्जा परियोजनाऎं स्थापित किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिसके लिए निवेशको एवं विकासकर्ताओं का अनुकुल वातावरण उपलब्ध करवाया जाना सरकार की प्राथमिकता है। अब तक प्रदेश मे 11000 मेगावाट से अधिक अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं की स्थापना हो चुकी है। उन्होेंने निवेेशकों के साथ इस प्रकार की समीक्षा बैठक समय-समय पर आयोजित किये जाने के निर्देश प्रदान किए गये।
इस बैठक में रिन्यु पावर, एक्में, टाटा पावर, इडेन, ऎज्योर, अवाडा अयाना हीरो फ्यूचर, एनटीपीसी, जेएसडब्ल्यु ओटू पावर, सेंबकोर, इनेल, अलजोमा, राइजिंग सन आदि लगभग 20 निजी निवेशको के प्रतिनिधियो ने भाग लिया।