गोबेलिंस स्कूल ऑफ इमेज,पेरिस में कला इतिहास की प्रोफेसर सेसिल ब्लोंडेल ने कहा, “गोबेलिंस पिछले 45 वर्षों से अपने छात्रों से पाठ्यक्रम के हिस्से के रूप में लघु फिल्म बनाने के लिए कहता है और ये फिल्में हमारे लिए एक संपत्ति की तरह हैं।” प्रोफेसर ब्लोंडेल आज गोवा में आईएफएफआई 52 के दौरान लघु फिल्म क्यों बनाएं विषय पर वर्चुअल तरीके से एक मास्टरक्लास का आयोजन कर रही थी।
लघु फिल्मों के महत्व को बताते हुए प्रोफसर सेसिल ब्लोंडेल ने बताया कि “अमेरिका में 59 मिनट से कम और यूके में 50 मिनट से कम समय की फिल्मों को लघु फिल्म माना जाता है। बढ़ती मांग के कारण पिछले कुछ वर्षों में लघु फिल्मों के निर्माण में बढ़ोतरी हुई है।”
प्रोफेसर ब्लोंडेल ने कहा, “सच्चाई यह है कि यात्रा करते समय या फिर अपनी सुविधा से लोग अपने फोन पर भी लघु फिल्में देख सकते हैं, यह सुविधा भी लघु फिल्मों के आकर्षण को बढ़ाता है।”
उन्होंने इस बात पर जोर देने के लिए कि फिल्म उद्योग के दिग्गजों द्वारा लघु फिल्म खंड को कितनी गंभीरता से लिया जाता है, बताया कि “पिक्सर ने लघु फिल्म प्रभाग खोला है और इसे एक महत्वपूर्ण व्यवसाय प्रभाग मानता है।”
लघु फिल्मों के आकर्षक होने की वजह पर विचार करते हुए उन्होंने कहा, “लघु फिल्में बनाने में कम लागत आती है जिसका अर्थ है कम जोखिम। इसके अलावा वे आपको स्वायत्तता देती हैं क्योंकि लघु फिल्में अकेले भी बनाई जा सकती हैं।”
प्रोफेसर ब्लोंडेल ने चुटकी लेते हुए कहा कि इसके अलावा लघु वीडियो के मामले में आप आसानी से स्टूडियो को अपना काम दिखा सकते हैं और इसमें किसी तरह की बाधा से बच सकते हैं।
उन्होंने कहा कि फिल्म निर्माण की कला में महारत हासिल करने के लिए लघु वीडियो एक बेहतरीन साधन हैं। इसे समझाते हुए उन्होंने कहा, “यह सीखने का एक त्वरित तरीका है। हम उन क्षेत्रों के बारे में जान सकते हैं जिन्हें कम तनावपूर्ण वातावरण में सुधार की आवश्यकता है और जो कौशल हम सीखते हैं उसे अन्य प्रारूपों में भी बदला जा सकता है।
सेसिल ब्लोंडेल ने एक अध्ययन का हवाला दिया जिसके अनुसार 100 फिल्म निर्देशकों में से एक तिहाई निर्देशकों ने अपने साक्षात्कार में अपनी पेशेवर यात्रा के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में लघु फिल्मों का उल्लेख किया।
प्रोफेसर ब्लोंडेल ने कहा कि लघु वीडियो आसानी से फोन और इंटरनेट की मदद से पूरी दुनिया में दिखाए जा सकते हैं और वे आय का स्रोत भी हो सकते हैं।
सुश्री सेसिल ब्लोंडेल ने फ्रांस में क्लेरमोंट फेरैंड लघु फिल्म महोत्सव के महत्व पर प्रकाश डालते हुए निष्कर्ष निकाला। उन्होंने कहा कि यह कान्स के बाद दुनिया का दूसरा सबसे प्रतिष्ठित फिल्म समारोह है और यह दुनिया में लघु फिल्मों के लिए सबसे महत्वपूर्ण फिल्म समारोह है जहां दुनिया की 7000 से अधिक लघु फिल्में दिखाई जाती हैं।
प्रोफेसर सेसिल ब्लोंडेल ने कला इतिहास के क्षेत्र में पढ़ाई की और इसी क्षेत्र में काम किया है। 1989 से 1995 तक वह सांस्कृतिक इतिहास में सहायक शोधकर्ता और व्याख्याता थीं। उन्होंने ला सोरबोन और साइंस पो, पेरिस में पढ़ाया। वह 2012 से गोबेलिन्स में अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग की प्रमुख रही हैं,जहाँ वह अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रमों समर स्कूल और कैरेक्टर एनिमेशन में मास्टर ऑफ आर्ट्स की प्रभारी हैं।
* * *
सोशल मीडिया पर हमें फॉलो करें : @PIBMumbai /PIBMumbai /pibmumbai pibmumbai@gmail.com
एमजी/एएम/एके
No comments yet. Be the first to comment!
Please Login to comment.
© G News Portal. All Rights Reserved.