Indian Railways : दाढ़ देवी स्टेशन बना, पर रास्ता आज तक नहीं बना, यात्रियों, श्रद्धालुओं और रेलकर्मियों को भारी परेशानी

Indian Railways : दाढ़ देवी स्टेशन बना, पर रास्ता आज तक नहीं बना, यात्रियों, श्रद्धालुओं और रेलकर्मियों को भारी परेशानी

Kota Rail News :  कोटा से करीब 15 किलोमीटर दूर दाढ़ देवी स्टेशन वर्षों पुराना है। लेकिन स्टेशन तक आने-जाने के लिए यहां पर रोड़ आज तक नहीं बना है। इसके चलते यहां यात्रियों, श्रद्धालुओं और रेल कर्मचारियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। स्थानीय लोगों द्वारा मामले की शिकायत रेलवे अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक दर्जनों बार की जा चुकी है, लेकिन इसके बाद भी आज तक इस समस्या का समाधान नहीं हो सका है।
यात्रियों ने बताया कि यहां स्टेशन तक आने-जाने के लिए कच्चा रास्ता तक नहीं है। यात्री जैसे-तैसे बड़ी मुश्किल से एक उबड़-खाबड़, पथरीली और कीचड़ से भरी गड्ढों वाली एक पगडंडी से आते-जाते हैं। हाईवे से स्टेशन तक यह पगडंडी करीब 3 किलोमीटर लंबी है। इस चट्टानी पगडंडी पर बाइक फिसलने से कई बार यात्री और रेल कर्मचारी घायल तक हो चुके हैं।
रास्ता नहीं होने के कारण स्टेशन के आस-पास बहुत कम लोग निवास करते हैं। आबादी नहीं होने से यहां पर स्टेशन के पास दुकानें भी नहीं है। इसके चलते यहां रहने वाले लोगों को सब्जी तक नहीं मिलती है। सब्जी लेने के लिए भी लोगों को इस पगडंडी पर चलकर हाईवे पर पहुंचना पड़ता है।
लोगों ने बताया कि बीमारी की हालत में परेशानी और ज्यादा बढ़ जाती है। रास्ता नहीं होने से स्टेशन तक ऑटो तक भी नहीं पहुंचते हैं। ऐसे में बीमार को समय पर इलाज नहीं मिल पाता है।
रात में भटक जाते हैं यात्री
लोगों ने बताया कि रास्ता नहीं होने के कारण रात में परेशानी और ज्यादा बढ़ जाती है। रात में पगडंडी नहीं दिखने के कारण कई बार यात्री भटक जाते हैं। बारिश में रात में इस पगडंडी से निकलना लगभग नामुमकिन हो जाता है।
लोगो ने बताया कि छोटा स्टेशन होने के कारण यहां पर सिर्फ पैसेंजर ट्रेनों का ही ठहरा होता है। लेकिन रास्ता नहीं होने के कारण ट्रेन से चंद यात्री ही उतरते-छड़ते हैं।
ट्रेन से नहीं आते श्रद्धालु
स्थानीय लोगों ने बताया कि जहां पर प्रसिद्ध दाढ़ देवी माता जी का मंदिर भी है। नवरात्र में यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रहती है। मेला भी भरता है। इसी मंदिर के नाम पर स्टेशन का नाम पड़ा है। लेकिन इसके बावजूद भी स्टेशन से मंदिर तक श्रद्धालु नहीं पहुंच पाते हैं। रास्ता नहीं होने के कारण ट्रेन से इक्का-दुक्का श्रद्धालु ही यहां पहुंचते हैं। इन श्रद्धालुओं को भी स्टेशन से हाईवे तक पहुंचने में में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। स्टेशन तक वाहन नहीं पहुंचने के कारण श्रद्धालुओं को पैदल ये हाईवे तक आना पड़ता है।
लोगों ने बताया कि इस परेशानी से बचने के लिए लगभग सभी श्रद्धालु अधिक समय और पैसा खर्च कर बाय रोड ही दाढ़ देवी मंदिर पर आते हैं। लोगो ने बताया कि अगर यहां रास्ता सही हो जाए तो बड़ी संख्या से लोग ट्रेन से मंदिर पहुंच सकते हैं। इससे स्टेशन का नाम भी सार्थक हो जाएगा।